ई-संजीवनी ओपीडी सेवा से परामर्श हुआ सुलभ

मरीजों को कतारों से मिली मुक्ति, घर बैठे ही मिल रहा उचित परामर्श, संचार साधन परामर्श में बने सहयोगी
करौली।
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते आमजन को घर बैठे परामर्श सेवाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा ई-संजीवनी ओपीडी सेवा शुरू की गई है, जिससे अस्पतालों में भीड़ नियंत्रण कर कोरोना खतरे को कम किया जा सके और आमजन का सुलभता और सरलता से परामर्श सेवा प्राप्त हो सके।
सीएमएचओ डॉ. दिनेशंचद मीना ने बताया कि प्रदेशभर में ई-संजीवनी ओपीडी सेवा शुरू की गई है, जिसमें विभिन्न अस्पतालों में चिकित्सक सुबह 8.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक नि:शुल्क परामर्श सेवा उपलब्ध रहेगी। कोरोना संक्रमण से बचाने और मरीजों को असहजता से बचाने के लिए यह सेवा शुरू की गई है।
यह सुविधा भी है उपलब्ध
सीएमएचओ ने बताया कि ई संजीवनी ओपीडी सेवा का लाभ ऑडियो के साथ वीडियो कॉल पर भी उपलब्ध है। सुविधा का लाभ कम्प्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट के साथ वेब कैमरा, माईक, स्पीकर और इंटरनेट कनेक्शन की सहायता से उठाया जा सकता है। इस सुविधा का लाभ मोबाईल के जरिये भी लिया जा सकता है। रोगी को पंजीयन के बाद जो टोकन नंबर मिलेगा, उसे लॉगिन करने के बाद डॉॅक्टर के परामर्श की प्रक्रिया शुरू होगी। यदि इस दौरान परामर्शदाता डॉक्टर को विशेषज्ञ सलाह की जरूरत होगी तो टेलीमेडिसन सुविधा का भी उपयोग किया जा सकता है।
जिले के चयनित अस्पताल
सीएमएचओ ने बताया कि ई संजीवनी ओपीडी सेवा में जिला अस्पताल करौली, उप जिला अस्पतालात हिंडौन और सीएचसी टोडाभीम में चयनित किया गया है जिसके चिकित्सकों द्वारा ऑनकॉल परामर्श सेवाएं दी जा रही है।
यहां करें रजिस्ट्रेशन
डीपीएम आशुतोष पांडेय ने बताया कि बेव पोटर्ल पर जाकर संजीवनी डॉट इन टाईप करना हैै, जिसके बाद रजिस्ट्रेशन पर क्लिक किया जाएगा। जहां मरीज को अपनी जानकारी और मोबाईल नंबर एंटर करने होंगे, जहां मोबाईल नंबर पर ओटीपी आयेगा। जिसे सेव करना होगा। जिसके बाद बेव पोर्टल पर ही इस संजीवनी बेवसाईट पर मरीज अपने मोबाईल नंबर और पासवर्ड में उसे मिले टोकन नंबर डालकर लॉगईन करेगा, तत्पश्चात उसे जिस डॉक्टर से परामर्श लेना है, उसकी जानकारी एंटर करनी पड़ेगी और लगभग 10-15 मिनट के अन्दर मरीज को परामर्श मिल जायेगा। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया को कोई भी कर सकता है और सीधे मरीज को चिकित्सक से परामर्श दिला सकता है।