REET EXAM में फर्जी पेपर गिरोह का पर्दाफाश, एक आरोपी गिरफ्तार

-उदेई मोड थाना पुलिस की कार्रवाई, लेनदेन का हिसाब, स्क्रीनशॉट आदि मिले
गंगापुरसिटी।
उदेई मोड थाना पुलिस को रीट परीक्षा 2021 में सक्रिय माफिया गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता मिली है। पुलिस ने गिरोह के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने आरोपी से लेनदेन का हिसाब भी बरामद किया है। रीट परीक्षा में सक्रिय पेपर माफिया की धरपकड़ व कार्रवाई के लिए पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रदेश में अभियान चलाया हुआ है। आईजी भरतपुर प्रसन्न खमेसरा व पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह ने परीक्षा को गंभीरता से लेते हुए सभी थाना प्रभारियों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया हुआ है। इसकी पालना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा व पुलिस उपाधीक्षक कालूराम के सुपरवीजन में उदेई मोड थाना प्रभारी गंभीरसिंह नेतृत्व में गठित टीम गिरोह की निगरानी में जुटी हुई थी। शुक्रवार को टीम ने बामनवास थाना क्षेत्र के कुंडली निवासी पेपर माफिया देशराज मीना पुत्र हरकेश मीना को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।


ऐसे पकड़ा गया

थाना प्रभारी गंभीरसिंह के अनुसार शुक्रवार को टीम को सूचना मिली कि एक व्यक्ति स्विफट डिजायर गाडी लेकर सालोदा मोड पर खड़ा है, जो रीट के परीक्षार्थियों के साथ जालसाजों द्वारा रीट परीक्षा का पेपर उपलब्ध कराने का झांसा देकर परीक्षार्थी से 15 लाख रुपए में सौदा तय कर रहा है। इस पर टीम ने डिकाय ऑपरेशन कर देशराज को मौके पर ही धर दबोचा। पुलिस के अनुसार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि परीक्षा से करीब 2-3 घंटे पहले गिरोह के अन्य सदस्यों के द्वारा परीक्षार्थियों को पेपर पढ़वा कर उनसे कागजात व खाली चेक व कुछ पैसे केन्द्र पर पहुंचाने से पहले ले लिए जाते है और बाकी पैसा पेपर होने के बाद। उसने 25-26 परीक्षार्थियों से एडमिट कार्ड लेकर पेपर दिलाने की बात कर रखी है। प्रत्येक परीक्षार्थी से 15 लाख लेने और 13 लाख रुपए प्रत्येक परीक्षार्थी आगे पेपर माफियाओं को देना बताया। पुलिस का दावा है कि आरोपी परीक्षार्थियों से 4 करोड का सौदा तय कर चुका है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 2000 रुपए के चिल्ड्रन बैंक के 100 नोट, वाट्सअप चैट स्क्रीनशॉट, एडमिट कार्ड स्क्रीनशॉट, मोबाइल व कार को जब्त किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। टीम में हैड कांस्टेबल राजेश खन्ना, इकरार अहमद, कांस्टेबल विजय, सत्यभान शामिल थे।