जयपुर। ताउ-ते तूफान के राज्य के दक्षिणी जिलों में प्रवेश के कारण होने वाले अतिवृष्टि और तेज हवाओं आदि मौसमी तीव्रता को ध्यान में रखते हुए वन विभाग की ओर से आवश्यक व्यवस्था बनाये रखने के लिए संबंधित जिला अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
वन विभाग की प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन-बल प्रमुख श्रीमती श्रुति शर्मा ने बताया कि राज्य के दक्षिणी जिलों के वन अधिकारियों व कर्मियों को सूचित और सचेत किया गया है कि वे वर्तमान में हो रहे तेंदू पत्ता संग्रहण कार्य, नर्सरियों में पौध तैयारी व संधारण कार्य को ध्यान में रखते हुए पूरी सुरक्षात्मक तैयारी करें ताकि पत्ता संग्रहण कार्य और नर्सरी कार्य पर इसका कुप्रभाव सीमित रहे। इस दौरान प्रत्येक स्तर पर सम्पादित किए जाने वाले समस्त कार्यकलापों में कोविड बचाव के अनुकूल व्यवहार प्रदर्शित किया जाए। श्रीमती शर्मा ने यह भी निर्देश दिया कि इस दौरान सभी अधिकारी और कर्मचारी व्यक्तिगत सुरक्षा पर भी ध्यान देते रहें।
READ MORE: चक्रवाती तूफान ताऊते से राज्य सरकार सर्तकराज्य स्तर पर तीन पारियों में (24×7) नियंत्रण कक्ष स्थापित
उन्होंने निर्देश दिए कि इन जिलों के उप वन संरक्षक संबंधित तैयारियों का स्वयं जायजा लेंगे और समय रहते इन्हें पूर्ण करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
साथ ही, श्रीमती शर्मा ने ताऊ-ते तूफान की वजह से पेड़ों के क्षतिग्रस्त होने और वन विभाग के नियंत्रणाधीन क्षेत्रों में मार्ग अवरुद्ध होने पर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए भी समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया है।