विद्या भारती द्वारा नि:शुल्क जर्सी वितरण

गंगापुर सिटी। भारतीय शिक्षा समिति गंगापुर सिटी व सवाई माधोपुर द्वारा ‘अपना हाथ-अपनों के साथ संकल्पना को लेकर झुग्गी-झोपडिय़ों में निवास करने वाले अभावग्रस्त एवं विद्या भारती द्वारा सेवा बस्तियों में संचालित संस्कार केन्द्रों के बालक-बालिकाओं को शीतकालीन मौसम में नि:शुल्क जर्सी वितरण किया जा रहा है।
चतुर्थ चरण का आयोजन गुलकंदी देवी बालिका उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर गंगापुर सिटी में किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के कर कमलों से माँं भारती और माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख एवं जिला निरीक्षक महेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम के प्रेरणा स्रोत जिला व्यवस्थापक कान सिंह सोलंकी की दिशा से विद्या भारती द्वारा झुग्गी-झोंपडिय़ों एवं सेवा बस्तियों में संचालित संस्कार केन्द्रों में अध्ययनरत बालकों को बढ़ती हुई ठण्ड़ से सुरक्षित रखने हेतु नवीन गर्म वस्त्र के रूप में जर्सी वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
जिला सचिव जगदीश प्रसाद शर्मा ने समारोह के प्रस्तावना पर प्रकाश डालते हुए सामाजिक समरसता के भाव को लेकर सेवा क्षेत्रों में श्रावण मास में वन विहार कार्यक्रम बाल बलिदानी प्रश्नोत्तरी, नवरात्रि में कन्या पूजन, दीपावली उत्सव, सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र संचालन आदि वर्ष पर्यन्त किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी प्रदान की।
मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख शिवलहरीजी ने कहा कि झुग्गी-झोंपडिय़ों व सेवा बस्ती के उपस्थित बालकों में राम, कृष्ण, विवेकानंद, सुनीता विलियम्स, माता सीता, दुर्गा आदि छिपी हुई हैं। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं, हम समाज में एक-दूसरे के सहोदर व सहचर जिस तरह से शरीर के सभी अंग एक हैं और एक भी अंग में दर्द होता है तो पूरा शरीर में कष्ट होता है, इसलिए कहते हैं कि आत्मा सो परमात्मा।
रैदास, वाल्मीकि, मीराबाई, अम्बेडकर आदि महापुरुषों के उदाहरण के साथ समरसता का संदेश दिया। एक बार सुभाषचंद्र बोस ने अपनी कक्षा के बालक के पास कॉपी-किताबों का अभाव होने पर स्वयं ने उन्हें पाठन सामग्री उपलब्ध कराई। गांव का जब कोई गरीब व्यक्ति आगे बढ़ता है तब समाज का विकास होता है। वीर सावरकर एवं संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार के उदाहरण देते हुए समाज व्याप्त कुरीतियों के उन्मूलन पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि विद्या भारती के प्रान्तीय संस्कार केन्द्र प्रमुख महीपाल प्रजापत ने कहा कि विद्या भारती द्वारा प्रदान सनातन धर्म की शिक्षा और भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने की शिक्षा निरन्तर बनी रहे। इस हेतु विद्या मंदिर में साधनारत कार्यकर्ता साधुवाद के पात्र हैं।
सिविल डिफेंस के डिप्टी डायरेक्टर हिम्मत सिंह ने कहा कि आप द्वारा किए जा रहे इन पुण्य कार्य से अवश्य भारत पुन: अपने वैभव को प्राप्त करेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. ज्ञानेश्वर प्रसाद मीना ने कहा कि विद्या भारती द्वारा किए जा रहे इस प्रकार के पुण्यार्जक कार्य समाज के लिए प्रेरणा पुंज हैं, जो निरन्तर होते रहने चाहिए। मंचस्थ अतिथियों के कर कमलों द्वारा 290 बालकों को जर्सी वितरण करते हुए संस्कार केन्द्र संचालकों को भी नवीन गर्म वस्त्र उपहार स्वरूप प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस दौरान भारतीय शिक्षा समिति के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र आर्य, जिला कार्यकारिणी सदस्य योगेन्द्र शर्मा, स्थानीय समिति अध्यक्ष एडवोकेट हर्षवर्धन शर्मा, व्यवस्थापक गोविन्द प्रसाद गुप्ता, कोषाध्यक्ष अनिल पितलिया, सदस्य शिवकुमार शर्मा, नवलकिशोर अग्रवाल, संकुल प्रमुख प्रेमराज सिंह पूर्विया, प्रधानाचार्य जयसिंह लोधा, सीताराम पूर्विया, जमुना प्रसाद सैनी, रामेश्वर प्रसाद शास्त्री, कृष्णदेव गौत्तम, मोहनलाल सैनी, योगेन्द्र गौत्तम, सहायक प्रधानाचार्य रश्मि शर्मा, जिला संस्कार केन्द्र प्रमुख महेन्द्र वर्मा स्थानीय समिति के पदाधिकारी एवं रविन्द्र सिंह शेखावत, भानु पारीक आदि उपस्थित रहे।