रिहायशी मकान में भीषण हादसा:रजाई गद्दे के गोदाम में लगी आग, ढाई साल के बच्चे व पिता की मौत, परिवार के पांच सदस्यों ने कूदकर बचाई जान

badhtikalam.com जयपुर। शहर के ब्रह्मपुरी इलाके में रविवार को एक रिहायशी मकान में चल रहे रजाई गद्दे के गोदाम में भीषण आग लग गई। इस हादसे में ढाई साल के एक मासूम बच्चे व उसके पिता की मौत हो गई। जबकि आग की लपटों के बीच घर में तीसरी मंजिल पर फंसी दो महिलाओं, दो मासूम बच्चों सहित पांच जनों ने पड़ोस के मकान की छत पर कूदकर अपनी जान बचाई। इसके बाद सभी को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया। घटना का पता चलने पर पुलिस, दमकल और सिविल डिफेंस की टीमें मौके पर पहुंची। करीब आधा घंटे में आग पर काबू पाया। इस बीच वहां इकट्‌ठा हुई भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है।

तीन मंजिला मकान में रहता है दो भाईयों का सात सदस्यीय परिवार
जानकारी के अनुसार हादसा आमेर रोड पर फकीरों की डूंगरी में गोविंद नगर विस्तार कॉलोनी में स्थित मकान नंबर 12 में हुआ। यहां शाहरुख और याकूब उर्फ राजू दो भाई अपने परिवार के साथ रहते है। तीन मंजिला इस मकान में ग्राउंउ फ्लोर पर रजाई गद्दे भराई का कारखाना है। रविवार को मृतक शाहरुख (30), उसकी पत्नी मुस्कान (28), उसका ढाई साल का बेटा सूफियान घर में मौजूद थे। इसी तरह, शाहरूख का भाई याकूब घर से बाहर गया हुआ था। घटना के वक्त याकूब की पत्नी हसीना (27), बेटा साहिल (8) और बेटी ईनाया (5) मौजूद थे।

आग लगने की घटना से काफी देर अनजान रहा परिवार
दोपहर करीब साढ़े 12 बजे ग्राउंड फ्लोर पर रजाई गद्दे के कारखाने में आग लग गई। लेकिन, शाहरुख व याकूब का परिवार दूसरी व तीसरी मंजिल पर मौजूद होने से उन्हें आग का पता नहीं चला। कुछ मिनटों बाद ही आग की लपटें रुई में तेजी से फैली। इससे पूरे मकान में धुंआ फैल गया। आग का पता चलने पर घर में मौजूद परिवार के लोगों में हड़कंप मच गया। अफरा तफरी में वे एकबारगी नीचे आ गए। लेकिन धुंआ तेज होने से वापस ऊपर दौड़ गए। नीचे से बाहर निकलने के रास्ते बंद हो गए।

पहले दो बच्चों को पड़ोसी की छत पर फेंका, फिर दोनों महिलाएं भी कूदी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तब तीसरी मंजिल पर मौजूद शाहरुख ने अपनी व छोटे भाई की पत्नी की मदद से कमरे की ईंट की दीवार को तोड़कर सुराख बनाया। इस दौरान हल्ला मचने पर आसपास की छतों पर लोग काफी संख्या में इकट्‌ठा हो गए थे। इसी बीच तीसरी मंजिल पर फंसी शाहरुख की पत्नी मुस्कान और याकूब की पत्नी हसीना ने अपने दो बच्चों को पड़ोस में दो मंजिला मकान की छत पर फेंका। जिसे वहां मौजूद लोगों ने चादर बिछाकर बचा लिया। इसके बाद दोनों महिलाएं भी पड़ौस की छत पर कूद गई और उनकी जान बच गई। इस आगजनी में दोनों बच्चे व दोनों महिलाएं झुलस गई। वहीं, इनकी मदद में जुटा हुआ पड़ौसी फरीद भी झुलस गया। उन्हें तत्काल एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया।

बेटे को बचाने के प्रयास में पिता की भी जान चली गई
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि मकान में फंसा शाहरुख एक बारगी आग की लपटों के बीच बचकर घर से बाहर आ गया था। लेकिन उसे पता चला कि उसका ढाई साल का बेटा सूफियान घर में ही फंस गया है। तब वह उसे बचाने के लिए वापस मकान में गया था। लेकिन इसके बाद वह सुरक्षित बाहर नहीं आ सका। मकान में पहली मंजिल पर ही सीढ़ियों के पास धुंए में दम घुटने से शाहरुख और उसके मासूम बेटे सूफियान की मौत हो गई। पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम मकान में रेस्क्यू करने पहुंची। तब पिता-पुत्र सीढ़ियों के पास अचेत हालत में झुलसे हुए मिले। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।