India-China Dispute: सीमा विवाद, किसी भी क्षण युद्ध के लिए रहें तैयार

India-China Dispute बीजिंग। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने के आदेश देकर ज्यादा तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। गौरतलब है कि शी चिनफिंग ने हाल ही चीन सेना (पीएलए) के सशस्त्र बलों को वास्तविक जंगी परिस्थितियों में अभ्यास करने का आदेश दिया है। पिछले वर्ष जून में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, वहीं 40 से अधिक चीनी सैनिक मारे गए थे, हालांकि चीन ने अपने मरने वाले सैनिकों के बारे में खुलासा नहीं किया था।

केंद्रीय सैन्य आयोग के चेयरमैन भी हैं शी चिनफिंग

गौरतलब है कि शी चिनफिंग चीन में केंद्रीय सैन्य आयोग के चेयरमैन भी हैं। वर्ष 2021 में केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के चेयरमैन के तौर पर दिए गए अपने पहले आदेश में शी ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को किसी भी समय युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। साथ ही वास्तविक लड़ाई की परिस्थितियों में प्रशिक्षण लेकर अपनी स्थिति को और अधिक मजबूत करने के लिए कहा है ताकि किसी भी परिस्थिति में युद्ध में जीत हासिल की जा सके।

चीन के प्रमुख अखबार साउथ चाइना मार्निग पोस्ट ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग के हवाले से कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) की सैन्य इकाई PLA को 1 जुलाई तक इस संबंध में उत्कृष्टता हासिल करनी है। गौरतलब है कि 1 जुलाई को CPC की 100वीं वर्षगांठ है। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कंप्यूटर सिमुलेशन और ड्रिल में ऑनलाइन मुकाबला शामिल करने को कहा है। वर्ष 2012 के अंत में CMC के चेयरमैन और प्रमुख का कार्यभार संभालने के बाद से शी चिनफिंग पीएलए को हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहने का संदेश देते रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2015 में चीनी सेना को आधुनिक बनाने की शुरुआत की थी।

सीमा पर पूरी तरह चौकस है भारतीय सेना

गौरतलब है कि भारत चीन सीमा विवाद के बीच भारतीय सेना पूरी तरह से चौकस है और चीनी सेना की किसी भी हरकत का उचित जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। चीन ने पूर्वी लद्दाख में सीमा टकराव के बीच सतह से हवा में और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें और अन्य हथियार भारी संख्या में बीते दिसंबर में ही तैनात कर दिए थे। वहीं भारतीय सेनाओं ने भी अपनी पूरी तैयार कर ली है। भारतीय सेना ने बड़ी संख्या में टी-90 और टी -72 टैंक, तोपों, अन्य सैन्य वाहनों को विभिन्न संवेदनशील इलाकों में पहुंचा दिया है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में LAC पर पिछले 9 महीने से गतिरोध बना हुआ है। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद हल करने के लिए सैन्य और राजनयिक वार्ता भी चल रही है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।