भारत के बाद अब ईरान ने भी पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक कर चेताया है। ईरानी सेना ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन जैश उल-अद्ल के कब्जे से अपने दो जावनों को छुड़ाकर ले गए हैं। ईरान सरकार ने कहा कि मंगलवार रात को किडनैप हुए दो बॉर्डर गार्ड्स को छुड़ाने के लिए एक सफल ऑपरेशन किया गया। इन्हें जैश उल अद्ल नाम के संगठन ने ढाई साल पहले बंदी बना लिया था। फिलहाल दोनों सैनिकों को ईरान पहुंचा दिया गया है। गौरतलब है कि जैश उल अदल ईरान में आतंकी संगठन घोषित है।
2018 को जैश उल-अद्ल नाम के आतंकी संगठन ने ईरान के 12 सैनिकों को अपहरण कर लिया था। उन्हें पाकिस्तान-ईरान सीमा पर स्थित सिस्तान के मेरकावा शहर और ब्लूचिस्तान ले गए थे। इसके बाद सैना के अधिकारियों ने अपने जवानो को छुड़ाने के ल इए जॉइंट कमेटी का गठन किया था। जानकारी के अनुसार, 12 सैनिकों में से 5 की रिहाई साल 2018 के दौरान ही हो गई थी। इन्हें पाकिस्तान सेना ने 21 मार्च 2019 को रेस्कयू किया था। ईरान के लिए जैश उल-अद्ल आतंकी सगंठन है जो ईरान सरकार के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ रखा है।
इससे पहले 2011 में अमेरिका ने पाकिस्तान के ऐवटाबाद में छिपे अलकायदा आतंकी ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसके बाद साल 2016 में भारत ने भी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसककर आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।