कारसेवकों का होगा सम्मान

गंगापुर सिटी। 1992 में बाबरी ढांचा को ढहाने में जो कारसेवक गंगापुर सिटी से अयोध्या गये थे उन सबका स्वतंत्रता दिवस के आसपास भव्य सम्मान किया जाएगा।
यह निर्णय आज बालाजी टावर पर राजस्थान मित्र परिषद के सदस्यों की बैठक में किया गया। जिसमें बताया कि श्रीराम मंदिर के शिलान्यास के बाद से ही आचार्य परमानंद सघन प्रवास पर निकले हैं, जो यहां-वहां जाकर इस खुशी में कार्यक्रम तो आयोजित कराते ही हैं। साथ-साथ कारसेवकों के सम्मान को भी महत्वपूर्ण कार्यक्रम मानकर इसका बहुत आग्रह करते हैं।
आचार्य का मानना है कि सबने अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार उस समय राम काज किया परंतु कारसेवकों ने अपनी जान पर खेलकर जो कमाल करके दिखाया वो प्रशंसनीय तो है ही प्रेरणादायक एवं अनुकरणीय भी है। अगली पीढ़ी भी कार सेवा और कारसेवकों के बारे में जाने, इसके लिए उनके सम्मान के लिए भव्य कार्यक्रम अगले सप्ताह के बाद श्यारौली धाम पर आयोजित किया जाएगा।
बारां, हिण्डौन, श्यारौली होकर आये परमानंद ने आज आयोजित बैठक के बाद जानकारी दी। बैठक में राधेश्याम भंडारी, कैलाश शर्मा एडवोकेट, ओमप्रकाश साबुन वाले, महेन्द्र महस्वा वाले, राजेश खण्डेलवाल व कवि महादेव प्रसाद सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।