समर्पित होकर कार्य करें चिकित्सक
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में बिंदुवार समीक्षा कर दिए निर्देश
अनुपस्थित रहने वाले चिकित्साअधिकारियों एवं न्यून प्रगति वालों को नोटिस देने के निर्देश
सवाई माधोपुर। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नीति आयोग के 23 बिंदुओं के आधार पर चिकित्सा सेवाओं में गुणात्मक सुधार करें और साथ ही कार्य की रिपोर्टिंग भी समय पर करें, जिससे जिले की रैंकिंग में सुधार हो सके।
कलेक्टर ने सभी चिकित्सा प्रभारियों को निर्देेश दिए वे समर्पित होकर सेवाभाव से कार्य करें, जिससे मरीजों को उनकी सेवाओं का पूरा लाभ मिल सके। कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक से अनुपस्थित रहने वाले तथा न्यून प्रगति वाले चिकित्सा अधिकारियो को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश भी सीएमएचओ को दिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सकों को धरती का भगवान माना जाता है। ऐसे में चिकित्सकों की भी जिम्मेदारी है कि वे मरीजो की सेवा निस्वार्थ भाव से करें। चिकित्साकर्मी दिए गए लक्ष्यों को प्राप्ति में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करें। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण का प्रसार नहीं हो, इसके लिए पूरे समर्पण के साथ लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाए। उन्होंने जिले में कोरोना की सैंपलिंग बढाने तथा हाई रिस्क वाले लोगों की अधिक से अधिक सेंपलिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में ब्लॉकवाइज सेंपल की समीक्षा करते हुए हाई रिस्क एवं सुपर स्प्रेडर श्रेणी के सब्जी वाले, दूध वाले, रेहडी वालों के रैंडम सैंपल लेकर जांच करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर पहाडिया ने बिंदूवार समीक्षा करते हुए कम प्रगति वाले चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को दो सप्ताह में प्रगति सुधारने के निर्देश दिए। चिकित्सा प्रभारियों को लक्ष्य की प्राप्ति में कोताही नहीं बरतते हुए समय पर लक्ष्य पूरे करने के निर्देश दिए। टीकाकरण, एएनसी, आयरन फोेलिक एसिड गोली का वितरण, संस्थागत प्रसव, जननी सुरक्षा योजना में ऑनलाइन भुगतान, राजश्री योजना के भुगतान की समीक्षा करते हुए लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि प्राप्त करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर पहाड़िया ने मलारना स्टेशन पीएसची की अधिकांश बिंदुओं में न्यून प्रगति पर चिकित्सक को खरी खोटी सुनाते हुए कार्य एवं प्रगति में सुधार के निर्देश दिए। संस्थागत प्रसव के क्षेत्र में कम प्रगति पर रोष जताया तथा क्षेत्र में 11 होम डिलीवरी होने को गम्भीर मानते हुये शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
अन्य कई स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी लक्ष्य के मुकाबले नगण्य डिलिवरी होने पर नाराजगी जताई और प्रभारी अधिकारी को नोटिस देने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि जन्म के बाद 30 मिनट में मां का दूध पिलाने, टीकाकरण, आयरन-फोलिक एसिड की दवा देने, रक्त जांच एवं अन्य स्वास्थ्य जांच का कार्य समय पर पूरा करते हुए लक्ष्य प्राप्त करें। जिला कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण के मामले में पीछे रहने वाले स्वास्थ्य केन्द्र मलारना स्टेशन, कुंडेरा, लहसोडा हींगोटिया को स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिए। इसी तरह अच्छे प्रदर्शन के लिए कुछ केन्द्रों के कार्यों की सराहना की।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर भवानी सिंह पंवार ने भी योजनाओं की प्रगति समीक्षा कर निर्देश दिए। एडीएम ने मच्छररोधी गतिविधियों के आयोजन, एमएलओ का छिडकाव करवाने, फोगिंग आदि के संबंध में निर्देश दिए। इसी प्रकार सीईओ जिला परिषद सुरेश कुमार ने भी निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना ने गत माह विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण, प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य, मौसमी बीमारियां, टीबी, एएनसी चेक अप आदि की प्रगति के बारे में जानकारी दी।
बैठक में मिसाल रैंकिंग में टीकाकरण, एएनसी रजिस्ट्रेशन पूर्ण टीकाकरण, चाइल्ड हेल्थ, एनसीडी, पीसीटीएस, ओपीडी, परिवार कल्याण आदि कार्यक्रमों आदि के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में सीएमएचओ डॉ.तेजराम मीना, पीएमओ डॉ. बीएल मीना, बीसीएमओ, पीएचसी, सीएचसी के प्रभारी तथा अन्य चिकित्सा अधिकारी मौजूद थे।