सवाई माधोपुर। प्रथम राजस्व दिवस के अवसर पर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने 29 राजस्वकर्मियों को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रशंषा पत्र देकर सम्मानित किया।
जिला कलेक्टर ने बताया कि 15 अक्टूबर, 1955 को राजस्थान काश्तकारी अधिनियम लागू हुआ था। इस अधिनियम के माध्यम से ही काश्तकारों को भू स्वामित्व का अधिकार मिला जो बहुत बडा क्रांतिकारी कदम था।
जिला कलेक्टर ने बताया कि राजस्व विभाग से आमजन को बडी आशा रहती है। राजस्वकर्मी समय पर प्रकरणों को निपटायें और इसके लिये सूचना प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करें। जिले की 7 तहसीलें ऑनलाइन हो चुकी है। इससे गिरदावरी, नामान्तकरण समेत अन्य कार्य के लिये पटवारघर नहीं आना पडेगा।
एडीएम ने पुरूस्कृत राजस्व कार्मिकों को बधाई देते हुये कहा कि नवाचार अपना कर आमजन के कार्य त्वरितता से करें। उन्होंने कोरोना काल में राजस्व कार्मिकों के द्वारा सेवा भाव से किये कार्यांे की सराहना की।
इस अवसर पर नायब तहसीलदार अमितेश मीना, भू-अभिलेख निरीक्षक तुलसीराम शर्मा, जगदीश प्रसाद काछी, श्रीलाल मीना, वेद प्रकाश गुप्ता, विनोद कुमार शर्मा, विमल कुमार अग्रवाल और भगवान सहाय मीना, रीडर संजय कुमार जैमिनी और शिवदयाल मीणा, ऑफिस कानूनगों मुकेश कुमार रैगर और रामावतार शमार्, पटवारी सुरेश चन्द वर्मा, रंजना जैन, अशोक कुमार गुप्ता, शिव प्रसाद गुप्ता, मनीष जाट, मानसिंह मीना, सीताराम प्रजापत, संजय चौधरी और विरेन्द्रसिंह राठौड, वरिष्ठ सहायक विश्राम गुर्जर, मधुसूदन शर्मा, पवन कुमार जिन्दल, भरत दास स्वामी और घनश्याम शर्मा तथा कनिष्ठ सहायक श्रीकान्त गुर्जर को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में सवाईमाधोपुर एसडीएम कपिल शर्मा, तहसीलदार प्रीति मीणा व अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।