जिले में कोरोना के एक्टिव केस 343 रह गये, लगातार गिर रहा है कोरोना का ग्राफ
रिकवरी रेट बढने से एक्टिव केसों की संख्या में आई गिरावट
सवाई माधोपुर। लॉकडाउन एवं गाइडलाइन की सफल पालना, जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन के कुशल नेतृत्व में प्रशासन की मुस्तैदी और हैल्थ वर्कर्स के समर्पण और मेहनत तथा आमजन द्वारा अनुशासन दिखाए जाने से एक पखवाडे से राहत भरे समाचार एवं परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं। जिले में लगभग एक पखवाडे से कोरोना का ग्राफ लगातार गिरा है। पॉजिटिव रेट लगातार कम हुई है तथा रिकवर होने वालों की संख्या पॉजिटिव की संख्या से काफी अधिक आ रही है जिससे अस्पतालों में काफी बेड खाली हो रहे हैं तथा अनेक मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौटे है। कोरोना के ग्राफ गिरने से चिकित्सा संस्थानों में मरीजों का दबाव कम हो गया है, वहीं आमजन में भी सकारात्मक माहौल है।
गुरूवार को जिले में कोरोना एक्टिव रोगियों की संख्या घटकर 343 रह गयी। स्थिति में सुधार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिला, उप जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना उपचार के लिए नियत बेडों में दो तिहाई से अधिक कोरोना बेड खाली रहने लगे है। वहीं एक्टिव कोरोना संक्रमितों की संख्या घटकर 343 रह गई है।
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गुरूवार को 497 सैम्पलों की जॉंच में मात्र 35 पॉजिटिव मिले जो जांच किए गए कुल सैम्पल का 7.04 प्रतिशत ही है। ब्लॉकवाइज देखें तो गुरूवार को सवाईमाधोपुर में 16, बौंली में 1, गंगापुर में 07, खंडार में 06 एवं बामनवास में 5 पॉजिटिव मिले। एक्टिव केस 343 में से सवाई माधोपुर ब्लॉक में 136, खंडार ब्लॉक में 35, बौंली में 62, गंगापुर में 64 एवं बामनवास ब्लॉक में 46 एक्टिव कोरोना संक्रमित है।
गुरूवार को जहॉं 35 पाॉजिटिव मिलें, वहीं इसके दो गुना से अधिक 78 रिकवर हो गये। गुरूवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की 700 से अधिक टीमों ने जिलेभर में घर घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की, इनमें से खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण वाले लोगों को दवा किट दी गई तथा इनकी सूची नजदीकी प्राथमिक व सामुदायिक केन्द्र प्रभारी को दी ताकि इनके स्वास्थ्य का निरन्तर फीडबैक लिया जा सके।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने कोरोना संक्रमण रोकथाम में लगातार सफलता मिलने पर सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स का हौसला बढाते हुये आमजन से अपील की है कि अभी सतर्क रहने की आवश्यकता है, ऐसा न सोचे कि केस कम हो गये तो कोरोना चला गया है, पिछली लहर में यही गलती हुई थी, अब इसे दोहराना नहीं है। राज्य सरकार की गाइडलाइन की अक्षरशः पालना करे और अपनी बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगवायें।