श्रमिकों की अनदेखी के विरुद्ध एक दिवसीय भूख हड़ताल

कोटा। देशभर के श्रमिकों को कष्ट एवं पीड़ा सहने के लिए जिस प्रकार बदहवास छोड़ दिया गया है एवं करोड़ों श्रमिकों को वेतन आदि का भुगतान नहीं किए जाने पर भी सरकार द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने के विरोध मे केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर 22 मई को देशभर मे सरकार के रवैये के प्रति विरोध व्यक्त करके जिला कलेक्टर कार्यालय पर एक दिवसीय देशव्यापी भूख हड़ताल का आयोजन किया जायेगा।
केन्द्रीय श्रम संगठनों का संयुक्त मोर्चा के संयोजक मुकेश गालव ने बताया कि प्रदेश मे इंटक, एटक, हिन्द मजदूर सभा, सीटू, राज. सीट, एआईसीटीयू, बैंक, रेलवे, बीमा संगठनों से जुड़े श्रमिक सामाजिक दूरी एवं निषेधाज्ञा का पालन करते हुए अपने-अपने जिलों मे एक दिवसीय भूख हड़ताल का आयोजन जिला कलेक्टर कार्यालय कोटा में करेगें एवं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन प्रेषित करेंगे।
गालव ने बताया कि श्रमिकों को लॉकडाउन अवधि के वेतन, इस दौरान दुर्घटनाग्रस्त मजदूरों को मुआवजा, प्रवासी मजदूरों को यातायात व्यवस्था करके उनके घर तक पहुँचना, फैक्ट्री एवं कारखाने कोविड-19 से बचाव के मानकों का पालन करते हुए पुन: खुलवाना, प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य मे रोजगार एवं आर्थिक अनुदान देने, श्रम कानूनों मे परिवर्तन वापिस लेने, कर्मचारियों को बढ़े हुए डीए का भुगतान करने, कोविड-19 से जुड़े संविदाकर्मियों को अतिरिक्त भुगतान करने तथा जोखिम मे बीमा करने आदि पर सरकार को कार्यवाही करनी चाहिए।