राइट टू हेल्थ बिल का विरोध, चिकित्सकों ने निकाली रैली

बिल को वापस लेने की मांग का मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

लेब एण्ड एक्स-रे, केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट सहित एमआर एसोसिएशन का भी मिला साथ

गंगापुर सिटी। राइट टू हैल्थ बिल को वापस लेने की मांग को लेकर शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में निजी हॉस्पिटल संचालक चिकित्सकों ने विरोध रैली निकाली। साथ ही उपखंड अधिकारी नरेन्द्र कुमार मीना के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर राइट टू हैल्थ बिल को काला कानून बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की।
केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन, लेब एण्ड एक्स-रे एसोसिएशन, राजस्थान मेडिकल एण्ड सेल्स रिप्रजेंटिव यूनियन ने रैली में शामिल होकर निजी हॉस्पिटल संचालकों का समर्थन व्यक्त किया।
राजकीय जिला चिकित्सालय से विरोध रैली प्रारंभ हुई। सूरसागर, गल्र्स स्कूल रोड, महेश टाकिज रोड, कोतवाली, सब्जी मंडी तिराहा होते हुए रैली मिनी सचिवालय पहुंची।
इस दौरान रैली में शामिल चिकित्सकों व अन्य ने आरटीएच को काला कानून बताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
साथ ही बताया कि सरकार इसे जबरन निजी हॉस्पिटलों पर थोप रही है।
ज्ञापन में बताया गया है कि यह बिल बिना चिकित्सकों की सहमति के लाया गया है। बिल ना तो चिकित्सकों के हित में है और ना ही जनता के हित में, इससे जनता का भला होने वाला नहीं है बल्कि इस प्रकार के कानून से चिकित्सक व मरीजों के बीच विश्वास कम होगा। साथ ही विवाद बढ़ेंगे और निजी हॉस्पिटलों का संचालन मुश्किल होगा। राज्य सरकार को अपने सरकारी हॉस्पिटलों की दशा और सुविधा सुधारनी चाहिए।
गौरतलब है कि बिल के विरोध में निजी हॉस्पिटल का संचालन बंद है।