निजी अस्पताल सील करने का विरोध, कार्रवाई निरस्त करने की मांग

-सीएम के नाम एडीएम को सौंपा ज्ञापन
गंगापुर सिटी।
भीलवाडा में निजी अस्पतालों के निरीक्षण के बहाने प्रशासनिक टीम के द्वारा बताई गई कमियों को दुरुस्ती का समय दिए बिना दो निजी अस्पतालों को सील करने के विरोध में यूनाइटेड प्राइवेट क्लीनिक एण्ड हॉस्पिटल एसोसिएशन व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर कार्रवाई को निरस्त करने की मांग की हैं। ज्ञापन में बताया है कि डॉ. राजेन्द्र शास्त्री, डॉ. महेन्द्र कुमार मीना, मनोज जैन, रवि गुप्ता, डॉ. एस. के. खान, डॉ. मुकेश मीना, आदि ने बताया कि १७ जुलाई को भीलवाडा के दो निजी अस्पतालों का नगर सुधार न्यास, नगर परिषद, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने औचक निरीक्षण किया। पहले से तय सेफ्टी, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, बिल्डिंग बाई लॉज आदि नियमों की पालना नहीं करने का हवाला देकर सील कर दिया। अस्पतालों को न तो स्पष्ट्रीकरण देने और न ही कमियों को दुरुस्त करने का समय दिया गया। साथ ही बताया है कि निजी अस्पतालों में उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की ओर से नियमों की पालना कराना आवश्यक हैं, लेकिन निजी अस्पतालों को उचित समय और स्पष्ट्रीकरण देने की कानूनी प्रक्रिया भी आवश्यक रूप से अपनाना आवश्यक है। भीलवाडा में स्थानीय प्रशासन की इस कार्रवाई से प्रदेश के निजी अस्पतालों में रोष, असुरक्षा व अनिश्चितता का माहौल है। न्याय नहीं मिलने पर प्रदेशस व्यापी आंदोलन की स्थिति बन सकती हैं। जिन आदेशों की पालना निजी चिकित्सालयों से करने की उम्मीद की जा रही है, वे व्यवस्थाएं सरकार की ओर से वित्त पोषित सरकारी अस्पतालों तक में नहीं हैं। ऐसे में इन नियमों में उचित तार्किक बदलाव या कानूनी ढील देना आवश्यक हैं। ज्ञापन में मुृख्यमंत्री से कार्रवाई को निरस्त कर स्थानीय प्रशासन को दोनों अस्पतालों को पुन: शुरू करने के आदेश देने की मांग की गई हैं।