सायबर ठगी मामले में पुलिस को: पीडि़त के खाते में 3 लाख से अधिक वापस लाने में मिली सफलता

गंगापुरसिटी। कोतवाली थाना पुलिस ने सायबर ठग द्वारा पीडि़त के खाते से धोखाधड़ी कर 5 लाख रुपए निकालने के मामले में त्वरित कर फरियादी के बैंक खाते में 3.10 लाख रुपए बापस खाते में लाने में सफलता प्राप्त की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा व पुलिस उपाधीक्षक कालूराम मीना ने बताया कि नया बाजार लाल हवेली के पास निवासी फरियादी महेशचंद गुप्ता ने एसबीआई बैंक के टॉल फ्री नम्बर वेबसाइट पर सर्च किया था। इस मोबाइल नम्बर पर फोन करने पर सायबर ठग ने एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड कराया। ठग ने इस एप्लीकेशन के माध्यम से उसके बैंक खाते से 5 लाख रुपए निकाल लिए। थाना प्रभारी धनराज मीना ने बताया कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए कांस्टेबल विश्वनाथ प्रताप सिंह व ऋषिकेश ने जिन एकाउंट में पैसे गए उनके वॉलेट व बैंक का ई-मेल की जानकारी कर सम्बन्धित नोडल अधिकारी से सम्पर्क कर पैसे रुकवाए। सायबर ठग ने सबसे पहले इन पैसे को पे यू वॉलेट ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उन्होंने इनका स्थानांतरण पे टीएम वॉलेट में किया।
यह बरते सावधानी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा ने बताया कि नागरिकों को सायबर ठगी से बचने के लिए मोबाइल पर अज्ञात नम्बर से एसएमएस व ईमेल से जोक लिंक आता है, उसे ओपन नहीं करना चाहिए। बैंक अधिकारियों द्वारा कभी भी खाताधारक से यूजर नेम, पासवर्ड, कार्ड डिटेल, ओटीपी के बारे में कॉल नहीं किया जाता है। बिना सत्यापित कोई भी एप्लीकेशन डाउनलोड नहीं करें। अज्ञात व्यक्ति के साथ अपने मोबाइल का स्क्रीन शेयर नहीं करना चाहिए, जैसे एनीडेस्क एप्लीकेशन। मोबाइल नम्बर पर नेटवर्क नहीं आ रहा है तो मोबाइल ऑपरेटर कम्पनी से सम्पर्क करें और मोबाइल नेटवर्क नियमित रूप से चेक किया जाए। संभव है कि आपके मोबाइल नम्बर का डूप्लीकेट सीम इश्यू हो गया है। विभिन्न सर्च इंजन पर कस्टमर केयर सम्पर्क के नम्बर सर्च नहीं करें। वैद्यानिक वेबसाइट पर ही कस्टमर केयर के नम्बर सर्च करें। व्यक्तिगत व गोपनीय जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करे। अज्ञात मोबाइल चार्जिंग पोर्ट से मोबाइल को चार्ज करने से बचना चाहिए।