बजट पर बोले राहुल गांधी, कहा-चीन से जूझ रहे भारत के सैनिकों को सहायता नहीं

1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का बजट पेश किया। बजट को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं ने प्रतिक्रियाएं दी। बजट पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर से सराकर पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने इस बजट में सीमा पर चीनी आक्रमण का सामने करने वाले जवानों की स्थिति में सुधार करने के लिए कुछ नहीं है। मोदी सरकार के केंद्रीय बजट का मतलब है कि विषम परिस्थितियों में चीन से जूझ रहे जवानों को सहायता नहीं, देश की रक्षा करने वालों के साथ विश्वासघात। बता दें कि आम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए 4.78 लाख करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
राहुल गांधी ने 4 फरवरी को ट्वीट किया था कि मोदी के मित्र केंद्र बजट का मतलब है। MSME सेक्टर को कम ब्याज दर पर लोन नहीं और जीएसटी में भी कोई राहत नहीं।
भारत के सबसे बड़े कार्यबल के साथ दोखा है। इससे पहले भी राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर रक्षा बजट में बढ़ोतरी नहीं करने का आरोप लगाया था। बोले कि सरकार चीन को स्पष्ट संदेश दे। आपने चीन को क्या मैसेज दिया है कि आपको जो करना है करो, हम अपने जवानो को सपोर्ट नहीं करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि चीन हिंदुस्तान के हाजारों किलोमीटर अंदर आकर हमारी जमीन पर कब्जा कर लेता है। बजट में आप चीन को क्या संदेश दे रहे हैं कि हम अपना रक्षा बजट खर्च नहीं बढ़ाएंगे। राहुल ने कहा कि सर्दी में हमारी सेना खड़ी है और उन्हें हम पैसे नहीं दे रहे हैं।