राजस्थान समग्र शिक्षक संघ: तीन सूत्री मांगों का सौंपा ज्ञापन

करौली। लम्बे समय से लम्बित शिक्षक समस्याओं के समाधान के लिए राजस्थान समग्र शिक्षक संघ (Rajasthan Composite Teachers Association) जिला शाखा करौली की ओर से मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को तीन सूत्री मांग पत्र देकर समस्याओं का निराकरण कराने की मांग की है। संगठन के जिला मंत्री मदन मोहन तिवारी ने बताया कि राजस्थान समग्र शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष रूपसिंह गोरेहार द्वारा ज्ञापन में मांग की गई है कि वर्ष 2012-13, वर्ष 2015-16 एवं 2018 में नियुक्त शिक्षकों के स्थायीकरण अब तक नहीं हुए हैं, जबकि नियमानुसार दो वर्ष का परिविक्षाधीन समयावधि पूर्ण होते ही स्थाईकरण हो जाना चाहिए था। स्थायीकरण के अभाव में शिक्षक एसीपी व पूर्ण वेतन प्राप्त करने के लाभ से वंचित है। इससे शिक्षकों को आर्थिक नुकसान के साथ मानसिक वेदना झेलनी पड़ रही है। जिला अध्यक्ष रूपसिंह गोरेहार ने कहा कि शिक्षकों के स्थायीकरण के लिए संगठन के द्वारा कई बार आग्रह करने पर भी विभागीय लापरवाही व हठधर्मिता के कारण स्थायीकरण नहीं कर शिक्षकों को बेवजह प्रताडि़त किया जा रहा है।

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लम्बे समय से स्थायीकरण नहीं होना, एक गंभीर व सोचनीय विषय है यदि निकट भविष्य में लम्बित स्थायीकरण के प्रकरणों का निस्तारण कर जिले के सभी शिक्षकों के स्थायीकरण आदेश एक साथ नहीं किए तो संगठन के द्वारा इन प्रकरण को जिला कलेक्टर को भेज कर कार्रवाई मांग की जाएगी। उपशाखा करौली के मंत्री राममूर्ति शर्मा ने बताया कि नवनियुक्त अध्यापकों को नोशनल लाभ दे दिया गया है, उसके अनुसार उनको वरिष्ठता का लाभ देने के लिए शाला दर्पण प्रपत्र 10 अनलॉक करवाकर पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित कर वर्तमान में हो रही 6डी सूची में नाम सम्मिलित किए जाए। जिला संरक्षक प्रहलाद मीणा ने बताया कि सत्र 2019-20 में मार्च 2020 से 30 जून 2020 के कोम्बो पैकेट करौली जिले में नामांकन के अनुसार विद्यालयों को कम या अधिक प्राप्त हुए हैं। इससे उनका वितरण नहीं हो पा रहा है। विद्यालयों में यह खाद्य सामग्री खराब हो रही है। इसकी सूचना सम्बन्धित मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों द्वारा कई बार दी जा चुकी है, लेकिन आज तक कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है। संगठन के द्वारा मांग की गई है कि कोम्बो पैकेट का नामांकन अनुसार वितरण संतुलन करवाकर विद्यार्थियों को वितरण करवाने की व्यवस्था कराई जाए।