No Tobacco Day पर राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए संकल्प

विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर आयोजित वर्चुअल सेंसीटाइजेशन कार्यशाला में भाग लेते कलेक्टर एवं एसपी।

सेंसीटाइजेशन के लिए वर्चुअल कार्यशाला आयोजित
No Tobacco Day
: सवाई माधोपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में नशामुक्ति के लिये जल्द ही नई और विस्तृत नीति बनाने की घोषणा की है। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर आयोजित वर्चुअल संेसीटाइजेशन कार्यशाला में उन्होंने यह घोषणा की। उन्होंने राज्य को नशामुक्त बनाने के संकल्प के लिये सभी सम्भव उपाय करने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री ने बताया कि तम्बाकू और अन्य नशे आज पूरी पीढी को बर्बाद कर रहे हैं, छोटी सी उम्र के बच्चों में इनकी लत लग रही है जिससे कैंसर, डायबीटिज, ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक्स, हार्ट फैल्योर जैसी गम्भीर बीमारियां बढ रही है, परिवार के परिवार बर्बाद हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने 2013 में देश में सबसे पहले सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान निषेध कानून पास करवाया और इसकी सफल पालना सुनिश्चित की। तम्बाकू पदार्थों पर देश में सबसे ज्यादा 65 प्रतिशत जीएसटी लगाकर इनके उपयोग को हतोत्साहित करने का प्रयास किया। आज कोरोना काल में तम्बाकू निषेध की जरूरत पहले से ज्यादा हो गयी है क्योंकि तम्बाकू खाने वाला ज्यादा थूकता है जिससे कोरोना फैलने की ज्यादा सम्भावना रहती है। बीडी, सिगरेट पीने वाला भी हवा में आम संक्रमित के मुकाबले ज्यादा तेजी से कोरोना फैलाता है।
उन्होंने बताया कि राज्य के बेहतर कोरोना प्रबंधन को देश-विदेश में प्रशंषा मिली है, 90 हजार स्वास्थ्य मित्रों की नियुक्ति एक नवाचार था, इसके माध्यम से हम अब और बेहतर कार्य कर पायेंगे।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि देश में होने वाली मौतों में तम्बाकू जनित बीमारियों का 35-40 प्रतिशत योगदान है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य को नशामुक्त बनाने के लिये कृत संकल्प हैं।
कार्यक्रम में डॉ. सुधीर भंडारी समेत अनेक चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि सिगरेट पीने वाला, गुटखा खाने वाला खुद के साथ ही दूसरों की जान का भी दुश्मन है। सिगरेट पीने वाले के पास बैठा व्यक्ति भी कैंसर और अन्य बीमारियों का शिकार हो रहा है।
कार्यशाला में मुख्य सचिव निरंजन आर्य, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रधान शासन सचिव अखिल अरोडा, शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन, मुख्यमंत्री महोदय के प्रधान शासन सचिव कुलदीप रांका व अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अनेक हैल्थ वर्कर्स से उनके नियमित कार्यों, कोरोना रोकथाम, वैक्सीनेशन, नशामुक्ति आदि के सम्बंध में फीडबैक लिया तथा झालावाड की एक एएनएम और झुंझूनू की एक आशा वर्कर के कार्यों और प्रजेंटेशन स्किल की भरपूर प्रशंषा की।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, जिला परिषद सीईओ रामस्वरूप चौहान, सीएमएचओ डॉ तेजराम मीना, पीएमओ डॉ बीएल मीना, पीआरओ आदि  जिला स्तरीय डीओआईटी वीसी रूम पर इस कार्यशाला में उपस्थित रहे। कलेक्टर ने वीसी के बाद सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा को निर्देश दिये कि जिले में चलाये जा रहे तम्बाकू मुक्ति अभियान में स्वास्थ्य मित्रों की मदद लें तथा बच्चों में ये लत न फैले, इसके लिये शिक्षा विभाग के साथ मिलकर कार्य योजना तैयार करें। शिक्षण संस्थानों के समीप तम्बाकू पदार्थ बेचने वालों के फूड लाइसेंस निलम्बित करें।

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विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर आयोजित
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में सोमवार को कलेक्ट्रट परिसर में पैनल अधिवक्ताग हरिमोहन जाट, हनुमान गुर्जर एवं अभय कुमार गुप्ता,  चौथ का बरवाडा तहसील परिसर में पैनल अधिवक्ता लोकेश कुमार सीठा एवं खण्डार पंचायत समिति परिसर में पैनल अधिवक्ता हरिलाल बैरवा द्वारा विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
पैनल अधिवक्तागण ने उपस्थित आमजन को बताया कि पूरी दुनिया में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में लोग तंबाकू के सेवन से मर जाते है। उन्होंने आमजन को तंबाकू से होने वाले नुकसान बताते हुए तंबाकू से बने पदार्थाे का सेवन नही करने की बात कही। उन्होंने बताया कि भारत तंबाकू का दूसरा सबसे बडा उपभोक्ता है। अतः सरकार द्वारा चलाए जा रहे जागरूक कार्यक्रमों में खुद बढचढ कर भाग लेना चाहिए तथा दूसरे लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। सभी लोग जागरूक होंगेे तभी हम तंबाकू मुक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकेंगे। इस मौके पर तंबाकू का सेवन नहीं करने एवं देश को तंबाकू मुक्त बनाने की शपथ भी ली गई।