पोषाहार का अनाज तोलकर लें एवं विद्याािर्थयों को पूरा देंः कलेक्टर

शिक्षा विभाग की जिला निष्पादन समिति की बैठक में निर्देश देते कलेक्टर एवं उपस्थित अधिकारी।

इस कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
सवाई माधोपुर।
जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने सोमवार को शिक्षा विभाग की जिला निष्पादक समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को कहा कि सरकारी विद्यालयों में पढने वाले विद्यार्थियों को किसी भी हालत में निजी स्कूलों से कम सुविधा नहीं मिलनी चाहिये।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि  इन विद्यार्थियों के लिए आने वाले पोषाहार का गेहूं एवं चावल पूरा तोलकर लें तथा विद्यार्थियों को नियम के अनुसार पूरा तोलकर दें। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही एवं कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रत्येक विद्यालय में पोषाहार तोलने के लिए वेट मशीन रखवाना सुनिश्चित करें। सीबीईओ द्वारा इसकी सतत मॉनिटरिंग की जाए।
जिला कलेक्टर ने ऑनलाइन शिक्षण के संबंध में प्रगति की समीक्षा करते हुए बच्चों को समय पर शिक्षण कंटेन्ट मिलने की व्यवस्था के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने बताया कि आकाशवाणी पर शिक्षा वाणी और दूरदर्शन पर शिक्षा दर्शन कार्यक्रमों के माध्यम से पढाई करवायी जा रही है।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में नाबार्ड के माध्यम में 18 विद्यालयों में  9 करोड 60 लाख रूपये की लागत से अतिरिक्त कक्षा कक्ष व अन्य निर्माण कार्य चल रहे हैं। अन्य योजनाओं में भी विभिन्न कार्य, एबीएल कक्ष आदि के निर्माण की प्रगति समीक्षा करते हुए जिला कलेक्टर ने इन निर्माण कार्यों में गुण्वत्ता का पूर्ण ध्यान रखने तथा लगातार सैम्पलिंग करवाने के निर्देश दिये।
निशुल्क पाठ्य पुस्तक का वितरण एवं ऑन लाइन फीडिंग:- कलेक्टर पहाडिया ने प्रवेशोत्सव की न्यून प्रगति पर डीईओ प्रारंभिक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। वहीं निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों के वितरण को पूर्ण करने तथा ऑन लाइन फीडिंग के कार्य को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में आदर्श/उत्कृष्ट  विद्यालय के 3-3 संस्था प्रधान का चयन, उजियारी पंचायत की प्रगति एवं लक्ष्य आवंटित करने, ज्ञान संकल्प  पोर्टल पर अकाउंट वेरिफिकेशन करने के कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए ।
रोजगारपरक शिक्षा पर है जोर:- जिला कलेक्टर ने बताया कि कोरोना संकट ने रोजगारपरक शिक्षा की जरूरत को फिर महसूस करवा दिया है। बच्चों में इसका हुनर विकसित करने के लिये जिले के 34 विद्यालयों में व्यवसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इन 34 में से 19 में 2-2 लैब संचालित है। शेष 15 विद्यालयों में चालू सत्र में 5-5 लाख रूपये की लागत से लैब स्थापित की जा रही है। कलेक्टर ने इस कार्य की प्रगति की समीक्षा भी की।
वृक्षारोपण का भौतिक सत्यापन करवाया जाए:- कलेक्टर पहाडिया ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों को विद्यालयों में दिए गए लक्ष्य के अनुसार वृक्षारोपण किए जाने, लगाए गए पौधों को जीवित रखने तथा इनका भौतिक सत्यापन करवाने के निर्देश दिए। इसमें लापरवाही पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी करें।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर भवानी सिंह पंवार, रसद विभाग के प्रर्वतन अधिकारी धर्मचंद अग्रवाल, सीडीईओ रामकेश मीना, डीईओ (प्रारम्भिक) राधेश्याम मीना, एडीपीसी नाथूलाल खटीक, सहायक निदेशक रमेश चन्द मीना, एपीसी चन्द्रशेखर शर्मा, सवाईमाधोपुर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दिनेश चन्द गुप्ता, खण्डार ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मिथलेश शर्मा, चौथ का बरवाडा बृजलाल मीना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।