‘महामारी रेड अलर्ट-जन अनुशासन पखवाड़ा‘ का पहला वीकेंड लॉकडाउन पूर्ण सफल करने का आव्हान
सवाई माधोपुर। 3 मई से 17 मई तक संचालित ‘महामारी रेड अलर्ट-जन अनुशासन पखवाड़ा‘ का पहला वीकेंड लॉकडाउन शुक्रवार 7 मई को दोपहर 12 बजे से सोमवार 10 मई सुबह 5 बजे तक रहेगा। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने सभी जिलावासियों से मार्मिक अपील की है कि कृपया इस वीकेंड लॉकडाउन को पूर्ण सफल बनाकर कोरोना की चैन तोडे। लॉकडाउन का उल्लंघन कर स्वयं की, अपने परिवार की और दूसरे लोगों की जान को खतरे में न डालें।
कलेक्टर ने बताया कि कर्फ्यू के दौरान अनुमत श्रेणी के अलावा अन्य कोई व्यक्ति बिना किसी कारण के घूमता हुआ पाया गया, तो उसे संस्थागत क्वारेंटीन कर दिया जाएगा, जब तक कि उसकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आ जाती है।
कलेक्टर ने बताया कि संक्रमण की चेन को तोडने के लिए जारी वीकेंड कर्फ्यू की अक्षरशः पालना करें। जिससे संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अनुमत कार्य एवं गतिविधि के अलावा वीकेंड कर्फ्यू में अन्य सभी प्रकार की गतिविधियां नहीं होगी। उन्होंने लोगों से कर्फ्यू की पालना करने तथा घरों में ही रहने की अपील की है।
इस संबंध में कलेक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों को भी वीकेंड कर्फ्यू की सख्ती से पालना करवाने के निर्देश दिए है।
पैंतीस दिनों में 6729 हो गए रिकवर लेकिन अभी सावधानी बरतने की सख्त जरूरतः कलेक्टर
सवाई माधोपुर। जिले में कोरोना संक्रमण के भयावह प्रसार को रोकने में जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन और उनकी टीम के अथक प्रयास और आमजन द्वारा बरते गये जन अनुशासन के कुछ सुखद परिणाम आये हैं लेकिन स्थितियॉं अभी काफी गम्भीर हैं। हम सब को आगे भी लगातार पूर्ण सतर्क रहना होगा नही ंतो हालात फिर भयावह होने में समय नहीं लगेगा।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने गुरूवार को यह सुखद समाचार बताया कि गत 35 दिन में जिले में 6729 कोरोना पॉजिटिव रिकवर हो चुके हैं। अप्रेल माह में कुल 5525 पॉजिटिव मिले, इनमें से 5250 रिकवर हो गये यानि 275 पॉजिटिव ही इस दौरान बढे जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर एक साथ ज्यादा बोझ नहीं पडा। गुरूवार को ही जहॉं 1871 सैम्पल जॉंच में 463 पॉजिटिव मिलें वहीं इससे दोगुने से भी अधिक 973 रिकवर हो गये। अब जिले में 2727 ही एक्टिव केस हैं। जहॉं 4 दिन पहले 45 प्रतिशत तक पॉजिटिव आ रहे थे, गुरूवार को कुल जॉंच में से 24.74 प्रतिशत ही पॉजिटिव पाये गये।
कलेक्टर ने बताया कि एक भी जान जाये तो दुखद है लेकिन कुछ मरीज लास्ट स्टेज में अस्पताल आते हैं और तब तक अपने ही विवेक से या नीम हकीम से उपचार लेते रहते हैं। इस समस्या के समाधान के लिये प्रत्येक सीएचसी पर 1-1 चिकित्सक को निर्देश दिये गये हैं कि वे अपने क्षेत्र के कोरोना पॉजिटिव से निरंतर फीडबैक लेंगे तथा उसके स्वास्थ्य की पूरी निगरानी करेंगे। संदिग्ध कोरोना रोगी या गैर कोरोना व्यक्ति भी उससे चिकित्सकीय सलाह ले सकते हैं। हमने जिले के 75 प्रतिशत परिवारों का स्वास्थ्यकर्मियों, पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, आंगनवाडी कार्यकर्ता आदि से स्वास्थ्य सर्वे करवाया। 26 अप्रेल से शुरू हुये इस सर्वे में 21964 व्यक्तियों को एजिथ्रोमाइसिन, पेरासिटामोल, लिवो सिट्रोजिन, जिंक सल्फेट और एस्कोर्बिक एसिड गोली की किट वितरित की गयी। इन सभी में खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण थे। लगभग 9 हजार लोग जिनका स्वास्थ्य थोडा चिन्ताजनक लगा, उन्हें पीएचसी या सीएचसी भेजकर उपचार करवाया गया, 10 हजार 170 लोगों को होम क्वारेंटाइन की सलाह दी गयी।
सेनेटाइजेशन पर जोर:- कलेक्टर ने बताया कि कोटा से आये 10 हजार लीटर हाइपो क्लोराइड का जिले के प्रमुख बाजारों, सरकारी भवनों, चिकित्सा संस्थानों , बस और रेलवे स्टेशन आदि पर छिडकाव करवाया गया। इसके बाद 10 हजार लीटर अतिरिक्त हाइपो क्लोराइड कोटा से पहुंचा है। इसके समुचित उपयोग के निर्देश दिये गये हैं। वैक्सीन के साथ ही कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर से ही कोरोना की चैन को तोडा जा सकता है। बार-बार साबुन या सेनेटाइजर से हाथ धोना, सही प्रकार से मास्क लगाना, भीडभाड में न जाना, शादी समारोह में जाने से बचना, सार्वजनिक स्थान पर न थूकना आदि को दैनिक व्यवहार में लाना होगा।
जॉंच क्षमता बढाने का मिल रहा फायदा:- कलेक्टर ने बताया कि पहले जिले के सैम्पल जयपुर और कोटा भेजे जा रहे थे। अथक प्रयास कर दिसम्बर के पहले सप्ताह में जिला अस्पताल में कोरोना जॉंच लैब शुरू की जिससे जल्द रिपोर्ट मिलने लगी तथा जल्द उपचार शुरू होने से लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। अब यहॉं आरटीपीसीआर जांच की कुल 3 मशीनें संचालित हैं जिसमें से अन्तिम 1 दिन पहले ही क्रियाशील हुई है। कलेक्टर ने बताया कि बुधवार को रेकार्ड 2113 सैम्पल जॉंचें गये। मार्च के पहले सप्ताह में जहॉं औसतन 250 सैम्पल आ रहे थे अब मई में औसतन 1600 सैम्पल ले रहे हैं। लैब 24 घंटे कार्यरत है, बहुत अधिक सैम्पल आयेंगे तो भी उसी दिन जॉंच करने का पूरा प्रयास करंेगे।
कंटेनमेंट जोन में सख्ती के निर्देश:- कलेक्टर ने बताया कि सभी इंसीडेंट कमांडरों को माइक्रो कंटनमेंट जोन में गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवाने के निर्देश दिये गये हैं। हम आरोग्य सेतु एप से भी मॉनिटिरिंग कर रहें हैं कि कोई पॉजिटिव व्यक्ति अपने घर से बाहर तो नहीं जा रहा। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ महामारी एक्ट में कडी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में 142 माइक्रांे कंटेनमेंट जोन बनाए गए है। जिनकी निगरानी बीट कांस्टेबल एवं अन्य कार्मिकों के माध्यम से करवाई जा रही है।
ऑक्सीजन की समुचित उपलब्धता:- कलेक्टर ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन और इसके बेड की समुचित उपलब्धता है। जहां भी संभव था अतिरिक्त बेड भी लगवाए गए है। वर्तमान में जिले में कुल 233 ऑक्सीजन वाले बेड हैं जिसमें से सवाईमाधोपुर में 128 और गंगापुर सिटी में 105 बेड हैं। सवाईमाधोपुर में 13 और गंगापुर सिटी में 11 आईसीयू कोरोना बेड हैं। इसके साथ ही गंगापुर सिटी में 5 तथा सवाईमाधोपुर में 2 वेंटीलेटर बेड हैं। जिले में कुल 856 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं, इनमें से 428 भरे हुये हैं। खाली सिलेंडरों को तत्काल रिफील करवाने की व्यवस्था है। अलवर के सिनेर्जी प्लांट के साथ ही आवश्यकता पडने पर कलेक्टर ने व्यक्तिगत पहल कर चित्तोडगढ और कोटा से भी भरे हुये सिलेंडर मंगाये गये हैं। आज की स्थिति में जिले में 264 कोरोना रोगी ऑक्सीजन सपोर्ट पर तथा 35 रोगी बिना ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। सवाईमाधोपुर में रोज औसतन 83 और गंगापुर में 69 सिलेंडर का उपयोग हो जाता है।जिला अस्पताल, गंगापुर सिटी उप जिला अस्पताल के साथ ही रिया अस्पताल में भी ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट संचालित हैं। तीनों प्लांट पर इंजीनियरों की 24 घंटे निगरानी ड्यूटी है ताकि मशीनें लगातार कार्य करती रहे, फिर भी आपात स्थिति के लिये दोनों शहरों में 50-50 भरे हुये ऑक्सीजन सिलेंडरों का बफर स्टॉक है। जिला अस्पताल में पाइपलाइन से 72 और सिलेंडर से 53 बेड अटैच हैं। यहॉं कोरोना बेड की कोई कमी नहीं है। बुधवार को भी 11 ऑक्सीजन बेड खाली थे। जिले में आज तक एक भी कोरोना रोगी ऑक्सीजन की कमी से नहीं मरा, न ही किसी भी क्षण हमारे पास ऑक्सीजन की कमी आयी। जिला अस्पताल के पीएमओ के आइसोलेशन पर चले जाने के बाद 3 चिकित्सकों की समिति अस्पताल की व्यवस्था संभाल रही है। जिला कलेक्टर ने एक बार फिर सभी से अपील की है कि ऑक्सीजन के खाली या भरे सिलंेडरों का भंडारण न करें, इन पर पहला हक बीमार का है। किसी भी व्यक्ति या अस्पताल के पास ये हैं तो तत्काल प्रशासन या सीएमएचओ/पीएमओ को अधिग्रहित करवा दें।
रेमडेसिविर के लिये पारदर्शी प्रणाली:- कलेक्टर ने बताया कि जिले में बुधवार-गुरूवार की रात्रि को 40 रेमडेसिविर इंजेक्शन आये हैं। किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में भर्ती मरीज को इस इंजेक्शन की आवश्यकता होने पर सम्बंधित अस्पताल प्रशासन अपनी ई-मेल से हमारी डेडिकेटेड ईमेल पर मांग भेजता है। अस्पताल मरीज की हालत को देखते हुये प्राथमिकता क्रम में मांग भेजता है। हमने निजी अस्पताल की मांग के परीक्षण, मरीज की हालत चैक करने तथा इंजेक्शन उसी मरीज को लगना सुनिश्चित करने के लिये विशेषज्ञों की टीम गठित कर रखी है। इस इंजेक्शन को मरीज को लगाते समय नर्स द्वारा फोटो या वीडियो बनाना भी आवश्यक कर दिया है ताकि परिजन को विश्वास रहे कि यही इंजेक्शन लगा है। निजी अस्पताल सीधे कम्पनी से भी यह इंजेक्शन खरीद सकते हैं। यदि जॉंच में सामने आया कि उन्होंने जिस मरीज के लिये सरकारी पूल से यह इंजेक्शन लिया, उसे निजी कम्पनी से सीधे खरीदा इंजेक्शन लगा दिया या आवंटित इंजेक्शन दूसरे रोगी को लगाया तो अस्पताल पर कडी कार्रवाई होगी।
जल्द लगेगी युवाओं को वैक्सीन:- कलेक्टर ने बताया कि जिले के युवाओं को जल्द ही वैक्सीन लगना शुरू हो जायेगी। जिले में 85 प्रतिशत हैल्थ वर्कर और 80 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं।
लगातार कार्यरत है हेल्पडेस्क, वार रूम:- जिला कलेक्टर ने बताया कि लोगों की समस्याएं सुनकर समुचित समाधान करवाने के लिए हेल्प डेस्क, वार रूम, नियंत्रण कक्ष आदि सातों दिन 24 घंटे कार्यरत है। जिला हेल्प डेस्क 07462-221453, जिला वार रूम 07462-220602, कलेक्ट्रेट नियंत्रण कक्ष 07462-220201, पुलिस कंट्रोल रूम 9772204859, सीएमएचओ नियंत्रण कक्ष 07462-235011, जिल चिकित्सालय नियंत्रण कक्ष 07462-294005, जिला चिकित्सालय हेल्प डेस्क 07462-234138 तथा उप जिला चिकित्सालय की हेल्प डेस्क 07463-231522 दूरभाष नंबर पर संचालित है। नियंत्रण कक्षों पर तीन-तीन पारियों में अधिकारी कार्मिक नियुक्त कर इनका संचालन किया जा रहा हैं। कोविड संबंधी सूचना एवं सहायता के लिए इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है।
चेकपोस्ट पर की जाती है जांच:- कलेक्टर ने बताया कि जिले में गंगापुर एवं सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन तथा एमपी बार्डर के निकट बहरावंडा खुर्द में चेक पोस्ट बनाई गई है। चेकपोस्ट पर दूसरे राज्यों से आने वाले लोगांे की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट जांच की जाती है तथा जिनके पास नेगेटिव रिपोर्ट नहीं होती उनका सैंपल लिया जाता है। गुरूवार को भी ऐसे 50 लोगों के सेंपल लिए गए। इसी प्रकार अब तक गाइड लाइन की पालना नहीं करने पर 14337 चालान की कार्रवाई की गई। इसमें मास्क से संबंधित 1732, सोशल डिस्टेंसिंग के 13856, स्पेटिंग के 384, भीड एकत्र होने से संबंधित 54 कुल 16026 चालान बनाकर 22 लाख 31 हजार 400 का जुर्माना वसूला गया।
गुरूवार को 140 वाहन सीज किये:- एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि गुरूवार सुबह सवा 8 से सवा 9 बजे तक जिलेभर में अभियान चलाकर 140 वाहन सीज किये गये। बेवजह बाहर घूमने वालों पर कडी कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने सभी जिलावासियों का आव्हान किया कि इस आपदा में शादी समारोह टाल दें। शादी लडका-लडकी के साथ ही 2 परिवारों के सम्बंधों की आधारशिला होती है। इस संकट के समय शादी खुशियों के बजाय जीवनभर का गम दे सकती है।
जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने जिला मुख्यालय के पत्रकारों के साथ संवाद करते हुए जिले की कोरोना मेनेजमेंट, अस्पताल मेनेजमेंट सहित अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में ये जानकारियां दी तथा लोगों से अपील की कि घरों में रहे, सुरक्षित रहे, कोविड एप्रोप्रिएट व्यवहार करते हुए कोरोना संक्रमण की चेन को तोडने में प्रशासन का सहयोग करें। इस अवसर पर जिला परिषद के सीईओ रामस्वरूप चौहान, सीपीओ बाबूलाल बैरवा, आरसीएचओ, पीएमओ आदि भी मौजूद थे।
सवाईमाधोपुर और गंगापुर सिटी के राजकीय अस्पतालों में रोज 100-100 एवं बामनवास में 50 सिलेंडर ऑक्सीजन का अतिरिक्त उत्पादन क्षमता के प्लांट लगेंगे
सवाई माधोपुर। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के 59 शहरी निकायों में स्थित राजकीय चिकित्सालयों में 50 सिलेण्डर से 2000 सिलेण्डर प्रतिदिन क्षमता के ऑक्सीजन प्लान्ट लगाने की मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने स्वीकृति जारी कर दी है। इन प्लाटों का प्रतिदिन उत्पादन 120 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के बराबर होगा, प्लान्टों से प्रतिदिन 12000 सिलेण्डर भरे जा सकेंगे जो कि 6000 बेड के लिए पर्याप्त होंगे। इसी प्रकार उत्पादित ऑक्सीजन पाईपलाईन के जरिये 7500 बैड को उपलब्ध कराई जा सकेगी। सवाईमाधोपुर और गंगापुर सिटी में 100-100 तथा बामनवास में 50 सिलेंडर प्रति दिन उत्पादन क्षमता के ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट लगेंगे। इनसे सवाई माधोपुर एवं गंगापुर में दोनों जगह प्रति घंटा 30-30 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन उत्पादन होगा, वहीं बामनवास में 15 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन प्रतिघंटा उत्पादन हो सकेगा। संबंधित नगरीय निकाय ऑक्सीजन प्लांट की निर्माण एजेंसी होंगी। 2 माह के भीतर ये प्लांट कार्यशील हो जायेंगे।
इस बाबत नगरीय विकास आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में उनके निवास स्थान पर एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास विभाग कुंजीलाल मीणा, शासन सचिव स्वायत्त शासन विभाग भवानी सिंह देथा, आयुक्त जयपुर विकास प्राधिकरण गौरव गोयल, निदेशक एवं विशिष्ठ सचिव स्वायत्त शासन विभाग दीपक नन्दी तथा मुख्य अभियन्ता भूपेन्द्र माथुर भी उपस्थित रहे।
ऑक्सीजन प्लान्ट लगाने हेतु संपूर्ण प्रक्रिया के लिए 9 वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति प्रदेश के राजकीय चिकित्सालयों में अलग-अलग क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए निर्धारित तकनीकि मापदण्ड, तकनीक का निर्धारण करेगी ।
कम गम्भीर स्थिति में अस्पताल जाने की जरूरत नहीं, प्रख्यात चिकित्सक फोन पर ही देंगे चिकित्सकीय सलाह
निर्धारित समय पर फोन कर ली जा सकती है चिकित्सकीय सलाह
सवाईमाधोपुर। पहले मुझे कोरोना के लक्षण थे, जॉंच में नेगेटिव आया, अब कोरोना लक्षण नहीं हैं लेकिन बेहद कमजोरी महसूस कर रहा हूं, अब कब जॉंच करवाना है, मैं कोरोना पॉजिटिव हूं, होम आइसोलेशन में कौनसी दवा का कितना सेवन करना हैं, ऐसी सलाह लेने के लिये अस्पताल जाने की जरूरत नहीं हैं। जिले के विख्यात चिकित्सक आपके एक फोन कॉल पर आपको सभी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह देंगे, कोरोना के साथ ही दूसरी बीमारियों के सम्बंध में भी सलाह ली जा सकती है।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि उनके आग्रह पर कुछ निजी चिकित्सक भी इस पुनीत कार्य के लिये सहर्ष तैयार हो गये हैं। सामान्य चिकित्सालय के डॉ. अंजनी मथुरिया ने बताया कि जिला कलेक्टर के आग्रह पर क्षय रोग विशेषज्ञ एवं निजी चिकित्सक डॉ. भरत मथुरिया से दोपहर 12 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक उनके मोबाइल नंबर 9414031752 पर संपर्क कर चिकित्सकीय सलाह निशुल्क प्राप्त की जा सकती हैं। इसी प्रकार गर्ग हॉस्पीटल के फिजिशियन डॉ सुमित गर्ग से उनके मोबाइल नंबर 9460629292 पर दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।
इसी प्रकार सामान्य चिकित्सालय सवाई माधोपुर के चिकित्सक डॉ. हेमराज से उनके मोबाइल नंबर 9958813080 पर शाम 4 से 6 बजे तक सलाह ली जा सकती है। डॉ. जितेन्द्र मीणा से मोबाइल नंबर 9413182920 पर शाम 6 से 8 बजे तक, डॉ. लोकेश गुप्ता से मोबाइल नंबर 8285079560 पर शाम 5 से 7 बजे तक, फोन करके चिकित्सकीय सलाह ली जा सकती है।
जिला कलक्टर ने राज सीएमआरएफ कोविड वैक्सीन एकाउंट में सहयोग करने की अपील की
सवाईमाधोपुर। प्रदेश में 18 से अधिक और 45 वर्ष से कम आयु वर्ग के युवाओं के निःशुल्क टीकाकरण के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आव्हान किया है। इस पर जिला कलेक्टर राजेनद्र किशन ने जिले के भामाशाहों, स्वयंसेवी संस्थाओं, राजकीय कार्मिकों और आमजन से अपील की है कि वे अपना योगदान ‘राज सीएमआरएफ कोविड वैक्सीन एकाउंट’ में जमा करवायें ताकि कोरोना संक्रमण रोकने का मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का संकल्प पूर्ण साकार हो सके।
जिला कलक्टर ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की जयपुर सचिवालय शाखा में वैक्सीनेशन डेडिकेटेड खाता खुलवाया गया है। इसका खाता संख्या 40166914665 तथा आईएफएससी कोड ैठप्छ0031031 है। उन्होंने बताया कि सहयोगकर्ता चैक या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भी इस खाते में सहयोग राशि हस्तांतरित कर सकते हैं। राज्य सरकार द्वारा इस खाते में प्राप्त राशि का उपयोग युवा वर्ग के निःशुल्क टीकाकरण के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए शत प्रतिशत युवाओं का टीकाकरण आवश्यक है। इसके मद्देनजर सभी वर्गों के लोग इसमें सहयोग करें।
कोरोना को हराना के लिए गाईड लाईन की पालना जरूरी
सवाई माधोपुर। महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाडा के तहत शहर में कोरोना बचाव को लेकर नगरपरिषद् की टीम ने आमजन को मुंह पर मास्क पहननें, सामाजिक दूरी बनाये रखने, साबुन/हैड सेलनेटाईजर से बार बार हाथो को साफ रखने के लिए प्रेरित किया।
नगर परिषद आयुक्त रविन्द्र यादव ने बताया कि शहर में बिना मास्क घूमने वाले लोगों/दुकानदारों से जुर्माना वसूल कर कोरोना गाईड लाईन की पालना को लेकर हिदायत दी जा रही है। गुरूवार को बिना मास्क घूम रहे 8 व्यक्तियों पर 1600 रूपये का चालान कर जुर्माना वसूल किया गया।
अभियान के तहत नगरपरिषद् द्वारा मास्क वितरण एवं सैनेटाईजेशन के अतिरिक्त लाउडस्पीकर के माध्यम से जिला कलेक्टर महोदय का संदेश एवं गाईन लाईन की पालना का संदेश प्रसारित किया जा रहा है। साथ ही इंदिरा रसोई के माध्यम से कोविड केयर सेंटरों पर भोजन की व्यवस्था की जा रही है तथा कार्यालय में 24 घंटे कोविड कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है।
शहर के कई वार्डो में सोडियम हाईपों क्लोराईड का छिडकाव किया गया व साथ ही मास्क व पम्पलेट वितरित कर कोरोना के प्रति जागरूक किया गया। अभियान के तहत नगरपरिषद् टीम के सफाई निरीक्षक शिवराम मीना, कनिष्ठ अभियंता राजप्रताप राणाबत, कनिष्ठ लेखाकार तारासिंह गुर्जर, एनयूएलएम जिला प्रबंधक रामेन्द्र शर्मा, प्रियंका पाठक, रजनीश शर्मा, अनुराग शर्मा , दिनेश महावर आदि उपस्थित हुए।