योग व आयुर्वेद प्रशिक्षण शिविर में सिखाये कोरोना से बचाव व उपचार के गुण

आर्य वीर दल गंगापुर सिटी के तत्वाधान में द्वि दिवसीय योग व आयुर्वेद प्रशिक्षण शिविर में योग शिक्षक मदनमोहन गुप्ता ने बताया कोरोना से बचाव के उपचार के लिए विशेष योग भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोमविलोम, भ्रामरी, उदग्रिथ, प्राणायाम का प्रशिक्षण दिया. साथ ही पतंजलि योगपीठ के शिक्षक रमेश गर्ग ने आयुर्वेद और होम्योपैथी के द्वारा किस प्रकार कोरोना से बचा जाए. आज से 100 साल पहले भी इन्फ्लूएंजा नामक बीमारी फैली थी जो कि वायरस जनित थी. जिसमे 4 करोड़ लोग मरे थे. 2020 में जो कोरोना था और जो 2021 में कोरोना है इसमें काफी अंतर है. 2021 का जो कोरोना है उसके लक्षण जुखाम, खासी, बुखार के साथ साथ उल्टी और दस्त के भी लक्षण देखने को मिल रहे है. आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक उपचारों के माध्यम जैसे आयुष मंत्रालय द्वारा बनाये गए आयुष 64 काढ़ा, पतंजलि की कोरोनिल किट, महासुदर्शन बटी, लक्ष्मीविलास रस, गिलोय घन वटी, त्रिभुवन कीर्तिरस आदि का प्रयोग कर सकते है. साथ ही यदि दस्त की समस्या हो रही है कुटज घन वटी का प्रयोग किया जा सकता है. म्योपैथी चिकित्सा में आर्सेनिक एल्व का प्रयोग कर सकते है. साथ उन्होंने यह बताया कि इन उपचारों की चिकित्सकीय उपचारों से भी लिया जा सकता है. कार्यक्रम संयोजक ने बताया कि कार्यक्रम मंगलवार को भी 6 बजे से 7 बजे तक होगा.