तौकते साइक्लोन के मध्यनजर अधिकारी अलर्ट मोड पर रहते हुए हर स्थिति से निबटने के लिए तैयार रहे

जूम वर्चुअल बैठक के माध्यम से निर्देश देते कलेक्टर एवं उपस्थित अन्य।

चिकित्सालयों में पावर बेकअप सहित ऑक्सीजन की आपूर्ति की समुचित व्यवस्था रखे
सवाई माधोपुर।
कोरोना की आपदा के बीच एक और बुरी खबर है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि ताउते चक्रवात के असर से दक्षिण राजस्थान सहित पूरे राजस्थान में कई स्थानों पर तेज हवाएं चलने, भारी बारिश, तूफान, बिजली गिरने का अंदेशा बना हुआ है। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने साइक्लोन ताउते के असर से निबटने तथा सभी व्यवस्थाएं सुचारू बनाए रखने के संबंध में चिकित्सा, प्रशासन, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जल संसाधन, बिजली निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ जूम पर वर्चुअल मिटिंग कर अलर्ट मोड पर रहते हुए हर स्थिति से निबटने के लिए चौकस रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी नियंत्रण कक्ष सतत रूप से एक्टिव रखते हुए अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि तूफान, बारिश आने की सम्भावना की सूचना को जिले के सभी लोगों तक पहुंचाया जाये। वैसे तो लॉकडाउन लगा हुआ है फिर भी आमजन को आगाह किया जाये कि 19 मई को घरों से न निकलें, किसी पेड या बिजली लाइन के नीचे न बैठें।
कलेक्टर ने जिला क्विक रेसपोंस टीम को नागरिक सुरक्षा वॉलटिंयर्स के साथ सजगता और सामंजस्यता रखते हुये कार्य करने तथा बामनवास और गंगापुर सिटी में अतिरिक्त 10-10 तथा सवाईमाधोपुर में अतिरिक्त 20 लोगों का जाब्ता अलर्ट पर रखने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि तूफान से बिजली के खम्बे, लाइन, पेड गिरने का खतरा है। कल दोपहर तक सर्वे कर क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत कर दें, कोई पेड बिजली लाइन से टच हो रहा है तो छंटाई करवा दें। तूफान के बाद विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होती है तो रिस्टोरेशन का प्लान तैयार रखें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि सभी बीडीओ और नगरपरिषद आयुक्त ऐसे भवनों की सूची तैयार करें तथा उनका निरीक्षण कर बिजली, पानी की व्यवस्था रखें जहॉं ज्यादा मुश्किल हालात होने पर लोगों को रखा जा सकें, हॉलाकि इसकी आवश्यकता पडने की बहुत कम सम्भावना है। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि पेयजल सप्लाई में बाधा नहीं आनी चाहिये, इसे पीएचईडी और जेवीवीएनल अधिकारी सुनिश्चित कर लें।

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ऑक्सीजन की आपूर्ति समुचित बनी रहेः कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिला एवं उप जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट में निर्बाध बिजली आपूर्ति बनी रहे। इसके लिए पावर बेकअप, जनरेटर सेट मय फ्यूल के व्यवस्था रखी जाए। खाली ऑक्सीजन सिलेंडरों को तुरंत रिफिल करवाया जाए। ऑक्सीजन का बफर स्टॉक 150 से 200 सिलेंडर रखा जाए। कलेक्टर ने बताया कि जिले में सवाई माधोपुर के जिला चिकित्सालय, गंगापुर उप जिला चिकित्सालय एवं रिया अस्पताल गंगापुर में ऑक्सीजन प्लांट चल रहे है। तीनों प्लांट एवं चिकित्सालयों में पावर बेकअप की व्यवस्था रखे। ऑक्सीजन प्लांट के लिए आवश्यक वाल्व एवं केमिकल की अतिरिक्त व्यवस्था रखे। एयर सेपरेशन यूनिट की आवश्यक सामग्री का स्टॉक सुनिश्चित कर ले। ऑक्सीजन सप्लाई में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो। कलेक्टर ने जिला एवं उप जिला चिकित्सालय परिसर में फायर ब्रिगेड की गाडी तैयार रखने के निर्देश भी नगर निकाय के अधिकारियों को दिए। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि अन्य सीएचसी पीएचसी एवं निजी चिकित्सालयों में भी सभी व्यवस्थाएं एवं पावर बेकअप रखना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने बताया कि अभी जिले में 735 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। इनमें से 200 भरे हुये सिलेंडर को बफर स्टॉक में रखा जाये। डीजी सैट का ट्रायल कर लें जिससे तूफान से पावर कट होने पर ऑटोमेटिक पावर बैक अप काम करना शुरू कर दे। ऑक्सीजन प्लांट के लिये अतिरिक्त वाल्व, ह्यूमिडिटि फायर व दूसरे केमिकल मंगवाकर स्टॉक में रखें।
पीडब्ल्यूडी, पेयजल, बिजली निगम एवं स्थानीय निकाय भी रहें अलर्ट मोड परः कलेक्टर ने साइक्लोन को देखते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग, जलदाय एवं बिजली निगम तथा स्थानीय निकाय के अधिकारियों को अपनी टीमों को अलर्ट एवं स्टैंड बाई मोड पर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेड गिरने, तार टूटने आदि की स्थिति में तुरंत इन्हें हटाने एवं रिस्टोरेशन के लिए टीमें तैयार रखें।
निजी चिकित्सालय भी रखे पावर बेकअप की व्यवस्थाः कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा को निर्देश दिये कि सभी सरकारी और निजी अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित करें कि अस्पताल में पावर बैक अप रखें, चाहे वहॉं ऑक्सीजन, वेंटीलेटर हो या नहीं हो। उन्होंने एम्बुलंेस मय ऑक्सीजन तैयार रखने के निर्देश दिये ताकि इमरजेंसी की स्थिति में भर्ती रोगियों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा सके।
कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर को ज्वाईन करवाएंः कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिये कि हाल ही में जिले में लगाये 140 कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर को हर हालत में सोमवार दोपहर तक  ज्वाइन करने के निर्देश दें, मेडिकल कॉलेज के इंटर्न को जिले के किस-किस अस्पताल में लगाने की आवश्यकता है, इसका खाका तैयार कर राज्य सरकार और मेडिकल कॉलेजों से समन्वय करें, अतिरिक्त पैरा मेडिकल स्टाफ की भी व्यवस्था करें। उन्होंने अर्जेन्ट टेम्परेरी बेसिस पर पेरा मेडिकल स्टाफ लगाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सीएचसी प्रभारी एव ंबीसीएमएचओ को फील्ड में भेजकर कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए समुचित मॉनिटरिंग करवाएं।
डोर टू डोर सर्वे एवं आईएलआई मरीजों से फीडबेक लेः कलेक्टर ने बताया कि डोर टू डोर सर्वे का पहला राउंड तो अच्छा रहा लेकिन खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण वाले लोगों को दवा किट देने के बाद उनसे लगातार फीडबैक नहीं लिया गया, इनमें से 10 प्रतिशत को भी कोरोना हो गया तो हालात भयावह हो जायेंगे। सभी पीएचसी और सीएचसी प्रभारी सोमवार से ही इनको ट्रेस करें तथा इनसे ऑनलाइन, टेलीफोनिक फीडबैक लें या आशा, एएनएम, आंगनवाडी कार्यकर्ता को पुनः इनके घर भेजकर जानकारी लें तथा स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर इन्हें पुनः दवा किट दें या चिकित्सा संस्थान में भर्ती करे। इसके लिए चिकित्सकों को फीडबेक लेने के लिए निर्देश दे। कलेक्टर ने माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने, इनकी प्रभावी निगरानी करने तथा कोरोना पाजिटिव जो होम आइसोलेशन में है, उनके द्वारा आइसोलेशन का उल्लंघन किया जाता है तो उन्हें संस्थागत क्वारंटीन करवाने के निर्देश दिए।
ब्लेक फंगस के संबंध में सावधानी रखेः कलेक्टर ने सीएमएचओ एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ब्लेक फंगस की बीमारी को रोकने के लिए स्टेराईड का उपयोग प्रोटोकॉल के अनुसार करने के संबंध में चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करें। उन्होंने रेमडेसिविर एवं अन्य आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता एवं उपयोग के संबंध में भी निर्देश दिए।
मोबाइल मेडिकल यूनिट गांवों में जाकर करें उपचारः कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए किए दो मोबाइल यूनिट संचालित की गइ है। शेष दो को भी शीघ्र संचालित करें। इन मोबाइल मेडिकल यूनिट में चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ आरटीपीसीआर सेंपल एवं रेपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था हो। यूनिट ग्रामीण क्षेत्र एवं दूरदराज गांवो में लोगों को चिकित्सा सुविधा से लाभांवित करें। कलेक्टर ने अधिकारियों को कोरोना गाइड लाइन की पालना सुनिश्चित करवाने, शादियों के संबंध में लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि कोरोरा संकट के समय पर ताउते चंक्रवात की संभावना को देखते हुए सभी पूरी तरह अलर्ट रहते हुए एक्शन प्लान बनाकर कार्य करें। जिससे जिले को ताउते के संभावित नुकसान से बचाने में सफल हो सके।
बैठक में कलेक्टर ने साइक्लोन को देखते हुए पर्याप्त संख्या में मिट्टी से भरे कट्टे, फावडे, कुल्हाडी, ट्रैक्टर, ट्रॉली, जेसीबी, रस्सी की व्यवस्था भी रखने के निर्देश दिये।
बैठक में एडीएम डॉ सूरज सिंह नेगी, एडीएम गंगापुर नवरतन कोली, सीईओ जिला परिषद रामस्वरूप चौहान, सभी उपखंड अधिकारी, चिकित्सा विभाग से सीएमएचओ, पीएमओ, ब्लॉक सीएमएचओ तथा अन्य विभागों के अधिकारी जुडे तथा सुझाव भी रखे।
जूम वर्चुअल बैठक के माध्यम से निर्देश देते कलेक्टर एवं उपस्थित अन्य।