जयपुर। श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि मेजर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर के नाम से जाने जाते थे। उनकी हॉकी पर एक बार यदि बॉल चिपक जाती थी तो गोल में जाकर ही रूकती थी। उन्होंने बताया कि उनके जैसा कोई भी खिलाडी आज तक हॉकी में नहीं आया। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि विभिन्न खेलों के माध्यम से भारत के कई खिलाड़ियों ने देश ही नहीं बल्कि विश्व में अपनी सफलता का लोहा मनवाया है।
जूली शनिवार को अलवर मेें खेल दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वहां उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। श्रम राज्य मंत्री ने कार्यक्रम से पूर्व मेजर ध्यानचंद के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।
उन्होंने कहा कि भारत के खेलों के इतिहास में एक नाम बेहद खास है और वो है हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद। आज उनकी जयन्ती है। देश उनकी जयन्ती को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाता है। एक ऎसा खिलाडी जिसकी शख्सियत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अडॉल्फ हिटलर भी उनके खेल के कायल थे। मेजर ध्यानचंद की खासियत मैदान पर गोलों की बारिश करना रहा है। ऎसे में खेल की दुनिया के सितारे की जीवन से जुड़ी कुछ अनेक रोचक बातें हमारा ध्यान उनकी ओर आकर्षित करती है।
जूली ने कार्यक्रम के दौरान खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरियों में कोटा आरक्षित करवाया है ताकि खिलाड़ियों को सरकारी क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर मिल सके। श्री जूली ने पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री भँवर जितेन्द्र सिंह के कार्यों का भी खिलाड़ियों के सामने उल्लेख किया।
इससे पूर्व श्रम मंत्री जूली व खेल अधिकारी अंजना शर्मा सहित अन्य ने स्टेडियम से हरी झण्डी दिखाकर मिनी मैराथन (दौड) को रवाना किया।
श्रम राज्य मंत्री ने ली सेल्फी
स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान श्रम राज्य मंत्री जूली ने वहां उपस्थित खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके साथ अपने फोन में एक सेल्फी भी ली। श्री जूली के सेल्फी लेने पर खिलाड़ियों ने भी मुस्कुराते हुए अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर अभिवादन किया।
बाबा गरीबनाथ छात्रावास में कमरे का शिलान्यास
श्रम राज्य मंत्री श्री टीकाराम जूली ने शनिवार को अलवर जिले के तिजारा फाटक के पास स्थित बाबा गरीबनाथ छात्रावास में कमरे का शिलान्यास किया।
जूली ने इस अवसर पर कहा कि जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए मेघवाल विकास समिति के द्वारा जिस प्रकार कुशलता से छात्रावास का संचालन किया जा रहा है वह सराहनीय है। उन्होंने भामाशाह कान्हडका गांव निवासी श्री स्वरूप सिंह जिनके आर्थिक सहयोग से छात्रावास में यहां कमरे निर्माण की नींव रखी है को साधुवाद देते हुए कहा कि शिक्षा से ही बदलाव और विकास संभव है। उन्होंने कहा कि भामाशाहों के सहयोग से निर्मित छात्रावास में रहकर ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थी अपने भविष्य की सुनहरी नींव तैयार करते हैं। ऎसे विद्यार्थी जो प्रतिभाशाली होते हैं लेकिन आर्थिक समस्याओं के चलते अध्ययन में पिछड जाते हैं। ऎसे विद्यार्थियों के रहने के उद्देश्य से छात्रावास का निर्माण किया गया था। उन्होंने कहा कि समाज के प्रतिनिधि व जागरूक लोगों की ओर से निरंतर छात्रावास के विकास के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। आगामी दिनों में छात्रावास में और कमरे बनकर तैयार होंगे जिसका फायदा समाज के निर्धन एवं जरूरतमंद छात्रों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि बालिका छात्रावास की प्रक्रिया भी विचाराधीन है। शीघ्र ही इसका निर्माण कार्य भी शुरू किया जाएगा। इससे पूर्व समाज के प्रबुद्धजनों ने श्रम राज्य मंत्री का साफा पहनाकर फूलमालाओं से स्वागत किया।