राज्य में Tourism के असीम अवसर तकनीक का उपयोग करते हुए ‘‘ईज ऑफ ट्रेवल’’ को अपनाए

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जयपुर: मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि राजस्थान में Tourism क्षेत्र में बहुत अधिक संभावनाएं हैं। प्रदेश में कोविड़-19 के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार आशावादी, उन्मुक्त एवं सकारात्मक है और इसी सोच के साथ राज्य कि नई पर्यटन नीति भी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में Tourism को फिर से ऊँचाइयों पर पहुंचाने के लिए हमेें प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए ’ईज ऑफ ट्रेवल’’ की धारणा को अपनाना है।

मुख्य सचिव बुधवार को फिक्की (FICCI) के राजस्थान चैप्टर की वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित हुई वर्चुअल कॉन्फ्रेंस ’’राजस्थान कॉलिग- पर्यटन के विकास के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप संबोधित कर रहे थे।श्री आर्य ने इस अवसर पर कहा कि हम राजस्थान के बारे में सोचते है तो हमें किले, मन्दिर, रेत के धोरे, ऊँट, यहॉ की रंग बिरंगी वेशभूषा, त्यौहार, खाना आदि जहन में आते है, परंतु हरियाली से भरी दक्षिण राजस्थान के पहाड़ एवं वादियाँ तथा कोटा में स्थित 7 अजूबे  आदि के बारे में अभी भी पर्यटक अनभिज्ञ है। राजस्थान राज्य में हरियाली, रेगिस्तान, पानी, पहाड़ एक ही जगह है ये पर्यटकों को दिखाना है, जिसमें तकनीक का आज के कोरोना काल में बड़ा योगदान होगा।

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उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते Tourism उद्योग पूरे विश्व में प्रभावित हुआ है। अब समय है कि ’’डिजिटल वर्ल्ड’’ का सहारा लेते हुए फिर से पर्यटन का आनंद देशी एवं विदेशी पर्यटकों को दें। हमें ऎसी व्यवस्था लागू करनी है जिससे यात्रा करने के प्रति आमजन का कौतुहल और खुशी बनी रहे। साथ ही यात्रा के लिए की जाने वाली योजना, टिकिट, होटल आदि की बुकिंग, खरीददारी और वापस अपने घर पहुंचने तक यात्री उत्साहित रहें, इसलिए हमें पर्यटक की यात्रा को सुरक्षित, सुगम, सरल शीघ्र बनाने के लिए तकनीक का उपयोग करते हुए ऎसी व्यवस्था करनी होगी जिसके लिए हम विभिन्न पर्यटन सुविधाओं और जानकारियों को ऎप और डिजिटल माध्यमों से पर्यटकों के लिए एक क्लिक पर ही उपलब्ध करा सकें।

मुख्य सचिव ने फिक्की एवं Tourism उद्योग से जूडे उपस्थित सदस्यों सेे कहा कि राज्य कि नई पर्यटन नीति में भी राज्य सरकार की यही मंशा है कि हम पर्यटन उद्योग को बढावा दे और इससे जूड़े हर वर्ग की समस्या का हल निकालें। उन्होंने कहा कि पर्यटन के सुगम विकास के लिए राज्य सरकार पर्यटन उद्योग के विशेषज्ञों के सुझावों को भी आमंत्रित कर रही है। उन्होंने इस अवसर पर उनके अजमेर कलेक्टर के रूप में पुष्कर मेले में विदेशी सैलानियों व देशी पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच क्रिकेट मैच के आयोजन की पहल करने के अपने सस्मंरण को भी साझा किया। उन्होंने कहा पर्यटन में सदैव नया कुछ दिखने का कौतुहल बना रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग की ये जिम्मेदारी है कि जब हमारे राज्य में देशी व विदेशी पर्यटक आए, तो उन्हें उत्तम पर्यटन के दर्शन के साथ ही एक अच्छी स्मृति संजोकर लेकर जाने का अवसर मिले।

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इस अवसर पर Tourism Department के निदेशक श्री निशान्त जैन ने कहा कि राजस्थान मेें वन्य जीव, ग्रामीण जीवन, सांस्कृतिक, मेडिकल व धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में असीम अवसर है। उन्होेंने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संजीदा है और अब समय है कि पर्यटन प्रदेश में फिर से फले-फूले जिसके लिए डिजिटल प्लेटफार्म को हर स्तर पर अपनाना होगा।इस अवसर पर फिक्की राजस्थान के अध्यक्ष श्री अशोक कजारिया, फिक्की राजस्थान के सह अध्यक्ष श्री रणधीर विक्रम सिंह एवं Tourism उद्योग से जुडे़ लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया। इस वर्चुअल कार्यक्रम में ट्रांस होटल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री वीर विजय सिंह ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई।

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