भाषा की विभिन्नता के वाबजूद पूरा देश एकता के सूत्र में गुंथा हुआ है- राज्यपाल

जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि भाषा की विभिन्नता के वाबजूद पूरा देश एकता के सूत्र में गुंथा हुआ है। उन्होंने कहा कि  जनजातीय लोगों ने देश की सेवा की है। स्वतन्त्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वीर बिस्सा मुण्डा, सिद्वू और कान्हू मुर्मू जैसे जनजातीय वीर पुरूषों व महिलाओं को राष्ट्र कभी भुला नही सकता है।
राज्यपाल मिश्र मंगलवार को यहां राजभवन में उडीसा, आन्ध्रप्रदेश, तेलगांना और महाराष्ट्र से आये जनजातीय युवाओं के दलों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि  केन्द्र व राज्य की सरकारें जनजातीय क्षेत्रों के विकास व लोगों के उन्नयन के लिए निरन्तर प्रयास कर रही हैं। योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए युवाओं को एकजुट होकर आगे आना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि युवा मानसिकता को सकारात्मक दिशा देने की जरूरत होती है। युवा मेहनती होता है और साहसी होता है। युवा में प्रतिभा होती है। आवश्यकता है कि युवाओं की प्रतिभाओं को तराशें और उन्हें आगे बढने के अवसर प्रदान किये जायें।
राज्यपाल मिश्र ने उडीसा के मलकानगिरी, कंदमाल व कालाहाण्डी, आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम, तेलगांना के बद्रादी, कोठगुडम और महाराष्ट्र के गढचिरौली से आये दो सौ युवक – युवतियों के दल को राजभवन में बुलाकर स्वल्पहार कराया और उनके साथ समूह चित्र भी कराये।
जनजातीय क्षेत्रों के यह युवा दल केन्द्रीय गृह मंत्रालय के सहयोग से केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय और नेहरू युवा केन्द्र संगठन, राजस्थान द्वारा आयोजित 12 वें आदिवासी युवा आदान – प्रदान कार्यक्रम के तहत राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों का अध्ययन भ्रमण कर रहे हैं। यह दल राजस्थान में 20 से 26 दिसम्बर तक यात्रा पर है। कार्यक्रम की जानकारी संगठन के राज्य निदेशक डॉ. भुवनेश जैन ने दी। इस अवसर पर नेहरू युवा केन्द्र संगठन के पदाधिकारीगण मौजूद थे।