रेल संसाधनों को निजी हाथों में सौंपने से रेलवे का नहीं होगा भला, रेलकर्मी जागरुकता अभियान

गंगापुरसिटी। वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के तत्वाधान में संचालित रेलकर्मी जागरुकता अभियान के तहत बुधवार को यूनियन पदाधिकारियों ने दूरसंचार विभाग कि कर्मचारियों के साथ केंद्र सरकार की नीतियों एवं यूनियन गतिविधियों के बारे में विस्तार से चर्चा की। साथ ही दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं की जानकारी ली। यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेन्द्र जैन ने नरेंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार मौद्रीकरण के नाम पर सरकारी संसाधनों को लीज पर देकर गिरवी रखने का जैसा काम कर रही है। फायदे में चल रहे संसाधनों जैसे यात्री गाडिय़ों, रेलवे स्टेशन, फ्रेट कॉरिडोर, कल-कारखानों, रेलवे स्टेडियम, रेलवे कॉलोनी आदि को भी निजी हाथों में सौंपने की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन इसके खिलाफ लगातार आंदोलन कर रही है । हमें सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना है। रेलवे के संसाधनों को निजी हाथों में सौंपने से रेलवे का भला नहीं होने वाला, बल्कि यह उद्योग तबाह हो जाएगा। इसके दुष्प्रभाव आम आदमी पर भी पड़ेंगे, जो रेल आज आम आदमी की है वह उद्योगपतियों की होकर रह जाएगी।

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शाखा सचिव राजेश चाहर ने कहा कि रेल प्रशासन रेलवे कॉलोनी के रख-रखाव पर ध्यान नहीं दे रहा है। दिपावली-दशहरे का त्यौहार नजदीक आ गया है, लेकिन अभी तक रेल आवासों में रंग-रोगन का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। न ही रेल आवासों की मरम्मत की जा रही है। मरम्मत के अभाव में रेल आवास खराब हो रहे हैं। विभागीय कर्मचारियों ने की अपनी पदोन्नति, स्थानांतरण, आवास से सम्बन्धित समस्याओं की बारे में यूनियन पदाधिकारियों को बताया। इस दौरान रेलकर्मियों ने वरिष्ठ खंड इंजीनियर राकेश मीणा आदि ने सभी स्टाफ के सहयोग से दूरसंचार चौराहे पर बरगद का पौधा लगाया। इस अवसर पर दर्जनों कर्मचारी उपस्थित थे।