चिकित्सा मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से की समीक्षा
जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने प्रदेश में मोबाइल मेडिकल यूनिट, मोबाइल वाहनों एवं बेस एम्बूलेंस के जरिए से चिकित्सा और स्वास्थ्य सुविधाओं के संचालन की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु लागू कफ्र्यूग्रस्त, हॉटस्पॉट एवं उपखंड़ मुख्यालय क्षेत्रों पर चिकित्सा सेवाओं से वंचित आमजन को मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों द्वारा यह सेवाएं सुलभ करवाई जा रही हैं।
डॉ. शर्मा ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सीएमएचओ व अन्य चिकित्सा अधिकारियों को गंभीरतापूर्वक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 295 मेडिकल मोबाइल यूनिट व 115 बेस एंबूलेस सभी आवश्यक दवाओं व जांच सुविधाओं से युक्त हैं। कुल 400 मेडिकल मोबाइल यूनिट एवं वाहनों द्वारा उपचार सेवाएं देने के लिए माइक्रो प्लान तैयार कर व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि उपखंड मुख्यालयों के साथ अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सुबह 8 बजे से 2 बजे तक इन मोबाइल वाहनों द्वारा चिकित्सा उपचार सेवाएं उपलब्ध होंगी। कोई भी व्यक्ति इस सेवा के अंतर्गत निःशुल्क उपचार ले सकेगा। उन्होंने बताया कि इन मोबाइल वाहनों में लाउडस्पीकर की व्यवस्था भी की गई है ताकि घरों में रह रहे लोगों को इसकी सूचना आसानी से मिल सके।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, श्री रोहित कुमार सिंह ने सभी सीएमएचओ को निर्देश दिए कि लॉकडाउन या कोरोना की वजह से आमजन को सामान्य बीमारियों के उपचार में कोई परेशानी आने नहीं दी जाये। उन्होंने प्रत्येक मोबाइल वाहन में चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य कार्मिकों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रतिदिन प्रति मोबाइल यूनिट के कार्यों की रिपोर्ट निदेशालय, जयपुर पर प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मोबाइल वाहनों, मानव संसाधन व अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए आवश्यक गाइड लाइन भी जारी की गयी हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रबंध निदेशक आरएमएससीएल प्रीतम बी. यशवंत, मिशन निदेशक एनएचएम नरेश कुमार ठकराल, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ.के.के.शर्मा, निदेशक आरसीएच डॉ. आर.एस.छीपी तथा सभी जिलों के सीएमएचओ, अतिरिक्त व डिप्टी सीएमएचओ सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।