Adhir Ranjan सहित लोकसभा से 31 विपक्षी सांसदों को किया निलंबित

Adhir Ranjan: नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में मनाही के बावजूद विपक्षी सांसदों द्वारा सदन में तख्तियां लाने और आसन के सामने दिखाने पर कड़ा एक्शन लिया गया है। कांग्रेस के अधीर रंजन (Adhir Ranjan) सहित लोकसभा से 31 विपक्षी सांसद निलंबित किए गए हैं।
आसन ने सभी सांसदों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए कार्यदिवस के लिए निलंबित कर दिया है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सदस्यों को निलंबित करने की मांग रखी थी। इसके बाद आसन ने इन सदस्यों को निलंबित किया। गौरतलब है कि 13 सांसदों को शुक्रवार को पूरे सत्र के लिए पहले ही निलंबित किया गया था। इस तरह सदन से अब तक 44 विपक्षी सांसद निलंबित कर दिए गए हैं।

Adhir Ranjan

सांसदों को निलंबित करने के बाद लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। गौरतलब है कि स्पीकर ओम बिरला ने सभी सदस्यों से सदन में प्लेकार्ड यानी तख्तियां नहीं लाने का आग्रह किया था लेकिन संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर विपक्षी सांसद लगातार तख्तियां आसन के सामने दिखा रहे थे।

इस मामले में Adhir Ranjan ने कहा कि सरकार का काम है सदन चलाना। हमें निलंबित करके आवाज दबाई जा रही है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार गृह मंत्री अमित शाह को बचाना चाहती है। हम दो दिन से अपने पहले निलंबित किए गए सांसदों का निलंबन खत्म करने की मांग कर रहे थे। हम संसद में सुरक्षा चूक पर बहस की मांग कर रहे थे।

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ठगी का शिकार कानपुर के सचंडी के गढ़ी भीमसेन की रहने वाली भाजपा मंडल मंत्री रंजना सिंह भी हुई। उन्होंने कैंट थाने में जालसाजी का केस दर्ज कराया। पुलिस जांच में मामले का भंडाफोड़ हुआ। गोरखनाथ पुलिस ने इस मामले में जालसाज हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ को गिरफ्तार कर लिया है।
पहले आरोपी की पहचान महराजगंज के थाना पनियारा के केदारनाथ अग्रहरी उर्फ योगी केदारनाथ तथा दूसरे की पहचान गाजियाबाद के हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 87 फर्जी परिचय पत्र, 87 फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र, 83 फर्जी लेटर पैड, 8 विभिन्न व्यक्तियों के प्रार्थना पत्र, दो मोबाइल फोन, 8 विभिन्न व्यक्तियों के नाम से जारी फर्जी आईडी कार्ड और भाजपा का एक फर्जी परिचय पत्र भी बरामद किया है। इसमें आरोपी केदारनाथ ने खुद को प्रदेश महामंत्री लिखवाया है।