‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कोविड पर सरकार की राहुल को नसीहत, कांग्रेस ने किया पलटवार

चीन में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों का असर राजनीतिक रूप से भारत में भी दिखने लगा है.

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम ज़रूर हुए हैं लेकिन थमे नहीं हैं. दूसरी ओर केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के प्रोटोकॉल में कई छूट दी हुई हैं जिनमें अनिवार्य रूप से मास्क न पहनना भी शामिल है.

इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कोविड प्रोटोकॉल लागू करने की अपील की है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस समय कन्याकुमारी से कश्मीर के बीच ‘भारत जोड़ो यात्रा’ नामक पदयात्रा निकाल रहे हैं. यह यात्रा बुधवार को हरियाणा में दाख़िल हुई और इस हफ़्ते के आख़िर में यह दिल्ली में दाख़िल होने वाली है.

स्वास्थ्य मंत्री ने पत्र में क्या लिखा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राहुल गांधी के नाम पत्र लिखकर कहा है कि उनकी यात्रा जब राजस्थान में चल रही थी तब राजस्थान के तीन सांसदों पीपी चौधरी, निहाल चंद और देवजी पटेल ने उन्हें पत्र लिखकर कोरोना को लेकर चिंता व्यक्त की थी.

मांडविया ने पत्र में लिखा कि इन सांसदों ने दो महत्वपूर्ण बिंदुओं का अनुरोध किया है.

दो बिंदुओं में पहले बिंदू में यात्रा के दौरान कोविड गाइलाइंस का सख़्ती से पालन करने की अपील की गई है. इनमें मास्क और सेनिटाइज़र का इस्तेमाल करने और सिर्फ़ कोविड वैक्सीनेटेड लोगों को ही यात्रा में भाग लेने के लिए कहा गया है.

साथ ही कहा गया है कि यात्रा से पहले और उसके बाद इसमें शामिल लोगों को आइसोलेट किया जाए.

वहीं दूसरे बिंदू में राहुल गांधी से अपील की गई है कि अगर कोविड गाइडलाइंस का पालन संभव न हो तो सार्वजनिक स्वास्थ्य इमर्जेंसी की सूरत में देशहित में इस यात्रा को स्थगित कर दिया जाए.

अंत में मनसुख मांडविया ने अपील की है कि सांसदों के इन दो बिंदुओं पर तुरंत ही कार्यवाही की जाए.

कांग्रेस का पलटवार

स्वास्थ्य मंत्री के पत्र पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए उनसे पूछा है कि देश में इस समय कोरोना के लिए भारत सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के किन नियमों और प्रोटोकॉल की घोषणा की है.

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान कहा कि भारत सरकार को राजस्थान और कर्नाटक में बीजेपी की यात्रा क्यों नहीं दिखाई दे रही है? उन्होंने कहा, “क्या इस तरह का पत्र राजस्थान में बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया को भेजा गया है क्योंकि वो जन आक्रोश यात्रा निकाल रहे हैं. क्या इस तरह का पत्र कर्नाटक बीजेपी को भी भेजा गया है जो इसी तरह की यात्रा निकाल रही है.”

“अभी आप हवाई अड्डे पर जाइये और हवाई जहाज़ में बैठिए, न आपको मास्क लगाने को कहा जाएगा और न आपको सेनिटाइज़र दिया जाएगा. क्या भारत सरकार ने नियमों और प्रोटोकॉल की कोई घोषणा की है. क्या संसद का सत्र स्थगित कर दिया गया है.”

“क्या भारत सरकार को सिर्फ़ राहुल गांधी, कांग्रेस और भारत जोड़ो यात्रा ही दिख रही है, उन्हें कोई यात्रा नहीं दिख रही है? हम नियमों का पालन करेंगे बशर्ते आप नियमों की घोषणा करें और वो नियम सबके लिए लागू होने चाहिए सिर्फ़ राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी और भारत जोड़ो यात्रा के लिए नहीं.”

वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि बीजेपी ‘घबराहट में प्रतिक्रिया दे रही है.’

उन्होंने कहा, “क्या गुजरात में डोर टू डोर वोट मांगने के दौरान मोदी जी मास्क पहन रहे थे. इस यात्रा ने बीजेपी के प्रोपेगैंडा को नुक़सान पहुंचाया है जो वो गोदी मीडिया के ज़रिए फैला रही थी.”

“सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा छाई हुई है. यात्रा पर बातें हो रही है और यह बड़ा असर छोड़ रही है. इसी वजह से मोदी सरकार ने मांडविया को उतारा है ताकि वो किसी भी कारण का इस्तेमाल करके लोगों को यात्रा के ख़िलाफ़ करने की कोशिश करें.”

केंद्र की सलाह

चीन में कोरोना वायरस (corona virus) संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद भारत में केंद्र सरकार ने सावधानी बरतने के लिए कहा है.

कोविड पर नैशनल टास्क फ़ोर्स के प्रमुख वीके पॉल ने कहा है कि घबराने की ज़रूरत नहीं है और पर्याप्त टेस्ट किए जा रहे हैं. उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि वो भीड़ में मास्क पहनें.

केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने देश मे कोरोना की स्थिति को लेकर वरिष्ठ अफ़सरों और विशेषज्ञों के साथ एक बैठक की है.

बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट किया है कि ‘कोविड अभी तक ख़त्म नहीं हुआ है. मैंने सभी को सचेत रहने और मज़बूत तरीक़े से निगरानी करने को कहा है. हम किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं.’

जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्राज़ील और चीन में कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़े हैं. भारत में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 129 नए मामले सामने आए हैं और देश में सक्रिय मामलों की संख्य 3,408 है.

कई ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई हैं जिनमें कहा गया है कि चीन में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद वहां के अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा गई है और दवाइयों की भारी कमी है.