सामाजिक न्याय का सिद्धांत के अग्रदूत है बाबा साहेब- पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर

गंगापुर सिटी। बाईपास रोड स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर भवन मे नगर परिषद् की और से बाबा साहेब की जयंती के उपलक्ष्य मे विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब के चित्रपट के समक्ष पुष्पर्पित कर की गई।
पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने गोष्ठी में पधारे सभी लोगो का स्वागत करते हुए कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी में बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति लगी हुई है और उस पर लिखा हुआ है ‘द स्टेच्यू ऑफ नॉलेज’ जो की शायद ही दुनिया की किसी मूर्ति पर लिखा होगा।
हम सभी लोगों को लोकतंत्र बाबा साहब की देन है। बाबा साहब ने अथक मेहनत और परिश्रम करके संपूर्ण देशों के संविधान का अध्ययन करके सर्वश्रेष्ठ संविधान की संरचना भारत के लिए दी जो कि संपूर्ण सामाजिक समुदाय और बहुसंख्यक समुदायों के साथ-साथ राष्ट्रहित की बातों का विशेष रूप से उन्होंने ध्यान रखा बाबा साहब ने धरातल से ज्ञान प्राप्त करके विश्वविद्यालय में सर्वोत्कृष्ट उपाधि धारण की इसके कारण उन्होंने सर्वहारा वर्ग को साथ में जोड़कर और सर्वोत्कृष्ट भारत का संविधान लिखा। हमें बाबा साहब के इन सिद्धांतों से शिक्षा लेनी चाहिए और भारत को अग्रणी बनाना चाहिए। यह अंबेडकर भवन लाइव ब्रिज के रूप में स्थापित कर बाबा साहब के योगदान की संपूर्ण लिखित पुस्तकों को इसमें रखा जाएगा, जिसमें गंगापुर परिक्षेत्र के अनुसंधानकर्ता सभी समाजों के व्यक्ति इसमें आकर बाबा साहब के योगदान और सिद्धांतों को पढेंगे और अनुसंधानकर्ता अनुसंधान करेंगे ।

डॉ. अंबेडकर का लक्ष्य था, सामाजिक असमानता दूर करके दलितों के मानवाधिकार की प्रतिष्ठा करना। बाबा साहब ने गहन-गंभीर आवाज में सावधान किया था। 26 जनवरी 1950 को हम परस्पर विरोधी जीवन में प्रवेश कर रहे हैं। हमारे राजनीतिक क्षेत्र में समानता रहेगी किंतु सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में असमानता रहेगी। जल्द से जल्द हमें इस परस्पर विरोधता को दूर करना होगी। वर्ना जो असमानता के शिकार होंगे, वे इस राजनीतिक गणतंत्र के ढांचे को उड़ा देंगे।
नगर परिषद सभापति शिवरतन अग्रवाल ने कहा नगर परिषद गंगापुर सिटी की ओर से अंबेडकर भवन को एक भव्य रुप दिया जाएगा, जिसमें आदम कद प्रतिमा लगाई जाएगी तथा इसमें अंबेडकर पीठ की स्थापना कर पिछड़ा वर्ग एसटीएससी एवं सभी वर्गों के अनुसंधानकर्ताओं को लाइब्रेरी स्थापित करके अनुसंधान करने की सुविधा उपलब्ध होगी। नगर परिषद की ओर से इस स्थान को एक उत्कृष्ट रूप दिया जाएगा। भविष्य में इसका प्रोजेक्ट तैयार कर कार्य किया जा रहा है।
पंचायत समिति प्रधान मंजू गुर्जर ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने सामाजिक परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर देश के कई लोगों के जीवन में परिवर्तन किया। बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
सदन में उपस्थित सभी लोगो ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंबेडकर जयंती को केंद्रीय सार्वजनिक अवकाश घोषित करने पर आभार जताया ।

प्रधान मंजू गुर्जर, पूर्व प्रधान कन्हैया लाल, रामसिंह खटाना, जमनालाल वैष्णव ने भी अपने विचार प्रकट किए। मंच संचालन कमलेश महावर व गोविंद पराशर ने किया।
इस अवसर पर पूर्व उप सभापति दीपक सिंघल, पार्षद कमलेश महावर, पार्षद रवि गोठवाल, पार्षद सोनू महावर, पार्षद गोपाल धामोनिया, पार्षद गोविंद पाराशर, वेदप्रकाश शर्मा, पार्षद बबलू हरिजन, पार्षद डॉ अमर सिंह, पार्षद जगमोहन हरिजन, पार्षद गौरव मंगल, पार्षद भवानी गुर्जर, पार्षद राजेश मावई, एससी मोर्चा मंडल अध्यक्ष राजू लाल बैरवा, नमो, भरत लाल, गंगाराम बैरवा, मनोज, वेद प्रकाश सोनवाल, नारायण महावार, बनवारी चौहान, पार्षद बबलू चौधरी, मिथलेश व्यास, हरिसिंह खारवाल, रामभारोसी वैष्णव, सावित्री शर्मा पार्षद, शेड़ू बैरवा, लक्ष्मीनारायण डीलर, परसादी बैरवा, भगवान डायरेक्टर, नवल दनगस, जीतू मोतीपुरा, कमर सिंह मीणा, शेडू राम, गिर्राज बैरवा, लक्ष्मण बैरवा, मीठालाल बैरवा, रूपचंद बैरवा, लालाराम बैरवा, मुकेश बैरवा, अमित बैरवा, अजय बैरवा, जीतेंद्र बैरवा, बंटी बैरवा सहित गणमान्य नागरिक, बुद्धिजीवी, शिक्षाविद् उपस्थित रहे।