Budget से ठीक पहले आने वाले सर्वे से क्या है उम्मीदें, जानें बजट अपडेट्स

इस साल का केद्रीय बजट 1 फरवरी को ऐसे समय में पेश किया जाएगा जब भारत पहली बार आर्थिक मंदी से गुजर रहा है। आकलन है कि वित्त वर्ष 2020-21 का अंत इकोनॉमिक के 7.7 फीसदी तक सुकड़ने के साथ पूरा होगा। दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 29 जनवरी को संसद में आर्थिक सर्वे 2020-21 पेश करेगी। इसके बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम मीडिया को संबोधित करेंगे।
हर साल आम बजट से ठीक एक दिन पहले इकोनॉमिक सर्वे यानी आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाता है। लेकिन इस बार 1 फरवरी को बजट आ रहा है। इसके पहले शनिवार और रविवार है। इकोनॉमिक सर्वे में देश के आर्थिक विकास का सालाना लेखाजोखा होता है। आर्थिक दिशा में सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए इन चीजों की जानकारी इकोनॉमिक सर्वे में होती है। बीते 12 महीनों में विकास के क्या-क्या काम हुए। सरकार की योजनाएं कितनी सफल रह सकीं। इकोनॉमिक सर्वे दो वॉल्यूम में बंटा होता है। यह देश की अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं को समेटता है।
इस सर्वे में देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े तमाम आंकड़े पेश किए जाते हैं। इकोनॉमिक सर्वे में अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए कुछ सुझाव भी दिए जाते हैं। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को बजट पेश करने जा रही है। सरकार अगर राजकोष की चिंता किए बिना ग्रोथ को बढ़ावा देने के उपाय करती है तो देश को आर्थक तौर से मदद मिल सकती है।