कलेक्टर ने किया नरेगा कार्यो का औचक निरीक्षण: उपस्थित श्रमिकों से अधिक की हाजिरी भरे जाने पर दो मेटों को हटाया

कार्य स्थल पर छाया, पानी, दवाईयों की किट आदि व्यवस्थाओं का लिया जायजा
सवाई माधोपुर।
जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने शनिवार को रणथंभौर रोड क्षेत्र में चल रहे महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम (मनरेगा) के कार्याे का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को जांचा। रामसिंहपुरा की तलाई निर्माण के कार्य पर उपस्थित श्रमिकों से अधिक की हाजिरी किए जाने को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने मौके पर ही कार्यस्थल पर नियुक्त दो मेटों को कार्य से हटाने के आदेश अधिशासी अभियंता नरेगा को दिए।
कलेक्टर पहाडिया ने खिलचीपुर पंचायत के वृक्षकुंज के पास तलाई के कार्य का निरीक्षण किया। यहां मेट द्वारा श्रमिकों को हाथ धोने के लिए साबुन उपलब्ध करवाया हुआ था। उन्होंने श्रमिकों को मास्क लगाकर तथा सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। इस कार्य स्थल पर 120 में नियोजित श्रमिकों में से 97 श्रमिक उपस्थित मिले।
इसके बाद कलेक्टर पहाडिया रामसिंहपुरा की तलाई के कार्य स्थल पर पहुंचे। यहां मेटों द्वारा नियोजित 114 श्रमिकों में से 87 श्रमिकों की उपस्थिति दिखाई गई थी। कलेक्टर ने दोनों मेटों की मस्टरोल से उपस्थिति स्वयं जांची तथा पाया कि एक मेट द्वारा दर्शाई 46 उपस्थिति के स्थान पर 28 तथा दूसरे मेट द्वारा दर्शाई 41 श्रमिकों के उपस्थिति के स्थान पर 36 श्रमिक उपस्थित मिले। अनुपस्थित श्रमिक को उपस्थित दर्शाने को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने तुरंत दोनों मेटों को हटाने के निर्देश अधिशासी अभियंता को दिए।
कलेक्टर ने दोनों स्थानों पर श्रमिकों से संवाद करते हुए व्यक्तिगत टास्क आधारित कार्य आवंटित करने तथा किए गए कार्य का पूरा भुगतान मिले, इस संबंध में अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए। कलेक्टर ने श्रमिकों से वार्ता करते हुए उन्हें मास्क लगाकर कार्य करने, बार बार साबुन या सेनेटाइजर से हाथ धोने के निर्देश दिए। कोरोना से जागरूक रहते हुए पूरी सावधानी बरतने तथा सोशन डिस्टेंसिंग की पालना पर जोर दिया। कलेक्टर ने कार्य स्थल पर पर्याप्त छाया, पीने के पानी तथा दवाईयों की किट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार पंचायत द्वारा श्रमिकों को मास्क उपलब्ध करवाते हुए उन्हें मास्क के उपयोग के लिए जागरूक करने पर जोर दिया। कलेक्टर ने अधिशासी अभियंता नरेगा हरिसिंह को नरेगा कार्यस्थल पर श्रमिकों के लिए छाया-पानी, दवाईयों की किट की उपलब्धता के संबंध में निर्देश दिए। श्रमिकों ने कलेक्टर को भुगतान संबंधी परेशानियां भी बताई।