कसरत से बढ़ती है लोगों की उम्र, रिसर्च में हुआ खुलासा

हाल ही के ‘फिनिश ट्विन्स कोहोर्ट स्टडी की एक रिपोर्ट को देखकर शोधकर्ताओं ने आश्चर्य जताया है। स्टडी का कहना है कि जीवन पर खाली समय की शारीरिक गतिविधि का कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता है। यह अध्ययन दूसरों से किस तरह अलग है-और क्या यह सही है, जानना काफी जरूरी है?

Exercise
सही और स्वस्थ जीवनशैली के लिए लोगों के जीवन में व्यायाम और योग काफी योगदान होता है। ऐसा हम नहीं बल्कि कई शोध के परिणाम कहते हैं लेकिन क्या इंसानों की जीवनशैली दीर्घायु होने के लिए जरूरी हैं? क्या कहते हैं वैज्ञानिकों के सर्वेक्षण? कई शोधों से पता चला है कि जो लोग अधिक व्यायाम करते हैं वे अधिक समय तक जीवित रहते हैं।
इंसानों का व्यवहार और जीव विज्ञान एक जटिल विषय हैं।

इसमें व्यापक समाज व पर्यावरण के साथ परस्पर क्रिया होते रहना, कोई व्यक्ति कितना व्यायाम करता है, यह उनके आनुवंशिकी, आहार, विकलांगता, शिक्षा, धन, या केवल उनके पास पर्याप्त खाली समय और सुरक्षित हरित स्थान से जुड़ा होता है। इनमें से प्रत्येक कारक को अलग-अलग तरीकों से जीवन काल से भी जोड़ा जा सकता है।

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संभवत: दर्जनों अन्य चीजों के बारे में सोचे तो किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य और उनके द्वारा किए जाने वाले व्यायाम, दोनों से एक दूसरे से परस्पर जुड़ी हो सकती हैं। इन कारकों की दिशा हमेशा स्पष्ट नहीं होती, हालांकि यह निश्चित रूप से सच है कि जो लोग अधिक व्यायाम करते हैं, वे औसतन अधिक समय तक जीवित रहते हैं, लेकिन यह जानना कहीं अधिक कठिन होगा कि इन अन्य कारकों की तुलना में व्यायाम के कारण कितना जीवन बढ़ जाता है।

कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इस बात की काफी संभावना है कि अधिक व्यायम करने वाले व्यक्ति अधिक समय तक जीवित रहते हैं। हालांकि कुछ मामलों में ऐसा नहीं भी हो सकता जैसे कि व्यायाम के साथ धूम्रपान. व्यायाम के अलावा भी कई ऐसे कारक हैं, जिन पर किसी व्यक्ति का जीवन काल निर्भर करता है। ऐसे में इस विषय पर अभी और अध्ययनों की आवश्यकता है।