तो क्या अश्विनी वैष्णव के नाम पर लग सकती है मुहर, गजेंद्र सिंह भी कतार में

राजस्थान के सीएम पर आज हो सकता है आधिकारिक फैसला
राजस्थान के चुनावी रण में भाजपा की जीत के बाद मुख्यमंत्री चेहरे की तलाश रविवार को पूरी होने की संभावना है। हालांकि गजेंद्र सिंह शेखावत, वसुंधरा राजे, बालकनाथ, दीया कुमारी सहित कई चेहरे हैं जो सीएम की रेस में हैं लेकिन भीतरखाने यह भी चर्चा है कि निर्विवाद चेहरा केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को राजस्थान की कमान सौंपी जा सकती है। गजेंद्र सिंह भी कतार में हैं। बीजेपी ने विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है। रविवार को राजनाथ सहित तीन पर्यवेक्षक विधायकों से चर्चा करेंगे। इसके बाद सीएम का नाम तय किया जाएगा। वहीं पीएम मोदी ने अपने भाषण में संकेत दिया कि मुख्यमंत्री तो राजस्थान के चेहरों में से ही शामिल होगा। कुल मिलाकर सियासत में वैष्णव के नाम को लेकर सरगर्मियां बढ़ी हुई है। वहीं गजेंद्र सिंह के नाम पर भी विधायकों की एकराय हो सकती है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का प्रोफाइल

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जोधपुर के रहने वाले हैं। वैष्णव ओडिशा कैडर के आईएएस अफसर थे। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पीएमओ में उप सचिव के रूप में काम किया था। मौजूदा रेल मंत्री ने कानपुर आईआईटी से ग्रेजुएशन किया। 2008 में पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हाटर्न स्कूल से एमबीए किया। 2010 में सिविल सर्विस छोड़कर राजनीति में प्रवेश किया। वैष्णव को साफ-सुथरे और लो प्रोफाइल नेताओं में माना जाता है।

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केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत दूसरे बड़े दावेदार

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी मजबूत दावेदार माना जा रहा है। गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर से सांसद हैं। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराया था। शेखावत का नाम संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव घोटाले से जुड़ा। गजेंद्र सिंह ऐसे नेता हैं जिन्होंने पूरे 5 साल तक गहलोत का डटकर मुकाबला किया है। ऐसी स्थिति में सीएम पोस्ट को लेकर गजेंद्र सिंह को भी मजबूत दावेदार माना जा रहा।

विधायकों से राय लेने के बाद नाम होगा फाइनल

राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर सियासत और राज्य की नजरे बेसब्री से इंतजार कर रही है। इधर, बीजेपी ने राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के चयन करने के लिए तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। इनमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडे हैं। यह तीनों पर्यवेक्षक जयपुर आएंगे, जहां विधायक दल की बैठक होगी। बैठक में विधायकों और नेताओं से बातचीत करने के बाद मुख्यमंत्री के नाम की सिफारिश पार्टी हाई कमान तक पहुंचाएंगे। कहा जा रहा कि पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद ही बीजेपी नेतृत्व अगले सीएम का नाम तय करेगी।
बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन के साथ शनिवार रात को ही रायपुर पहुंच चुके हैं। सीएम के नाम के सवाल पर ओम माथुर ने कहा कि नाम चौंकाने वाला हो सकता है। ओम माथुर ने कहा कि निश्चित रूप से हमारे पर्यवेक्षक आ रहे हैं,। वे क्या निर्णय लेते हैं, हम उसके इंतजार में है। कोई फॉर्मूला तय नहीं है, जो सिस्टम पार्लियामेंट बोर्ड ने लिया होगा, वह वे लेकर आ रहे हैं। लोकसभा में भी संपूर्ण सूपड़ा साफ कांग्रेस का होने वाला है।