8 लाख की लागत से तैयार होगा गो ग्रास रथ

गंगापुर सिटी। गौ ग्रास रथ का पूजन कराते संस्थान पदाधिकारी।

गौ सेवकों को जल्द ही मिलेगा गौ ग्रास रथ का लाभ
गंगापुर सिटी।
मानव सेवा संस्थान के तत्वावधान में एक ओर अनूठी पहल के तहत 8 लाख रुपए की लागत से गौग्रास रथ का संपूर्ण प्रोजेक्ट तैयार होगा, जो शहर में जल्द ही सेवा प्रदान करेगा।
संस्थान के संरक्षक विजय गोयल ने बताया कि बहुप्रतीक्षित गौग्रास रथ के लिए एक गाड़ी की डिलीवरी संस्थान के सदस्यों ने प्राप्त कर ली है। पदाधिकारियों ने संस्थान के वरिष्ठ सदस्यों के साथ नई अनाज मंडी स्थित हनुमानजी के मंदिर पर गाडी की पूजा-अर्चना कर रथ के कार्यक्रम को गति प्रदान की। रथ को जयपुर के कारीगरों द्वारा अपनी कारीगरी से सजाकर अद्भुत बनाया जाएगा।
मानव सेवा संस्थान अध्यक्ष सुशील दीक्षित ने कहा कि गौग्रास रथ के माध्यम से गौ सेवा की जाएगी। शहर की थोक सब्जी मंडी, रिटेल सब्जी मंडी, मैरिज हॉल, छात्रावास एवं शहर के गली-मोहल्लों इत्यादि स्थानों से खाद्य सामग्री एकत्रित कर शहर के गोवंश तक ये खाद्य सामग्री पहुँचाई जाएगी। साथ ही शहर की गौशालाओं को आपसी सहयोग के लिए एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा। शहर केसभी सामाजिक संगठनों के सामाजिककार्यों में गो-ग्रास रथ केमाध्यम से सहयोग प्रदान किया जाएगा। सभी सामाजिक संगठन आपसी सहयोग एवं मेलजोल के माध्यम से शहर के विकास में भागीदारी निभाएंगे।
डॉ. महेंद्र मीणा एवं दीपक नरूका ने कहा कि गौग्रास रथ गौवंश के लिए मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही उन्होनें शहर केभामाशाहों से आह्वान किया कि अधिक से अधिक लोग आर्थिक रूप से इस कार्यक्रम में सहयोग प्रदान करें। कार्यक्रम की सफलता के लिए मानव सेवा संस्थान के सभी पदाधिकारी एवं वरिष्ठ सदस्यों ने गौग्रास रथ के लिए नवीन संयोजक नरदेव गुप्ता को बनाया है।
सभी पदाधिकारियों ने आशा व्यक्त की है कि संयोजककी कार्य कुशलता से गौग्रास रथ के आर्थिक लक्ष्य की प्राप्ति होगी एवं कार्यक्रम का सफल संचालन किया जाएगा।
गो ग्रास रथ केगाड़ी पूजन में मानव सेवा संस्थान अध्यक्ष सुशील दीक्षित, पूर्व अध्यक्ष दीपक सिंह नरूका, संरक्षक डॉ. महेन्द्र मीना, संयोजक नरदेव गुप्ता, सचिव संजय ठीकरिया, उपाध्यक्ष प्रमोद मोदी, सहसचिव नितेश मोदी, संरक्षक विजय गोयल आदि लोग उपस्थित रहे।
संस्थान पूर्व में भी कर रहा है पुष्पक विमान से सेवा
मानव सेवा संस्थान अपने नाम के अनुरूप सम्पूर्ण शहर में पुष्पक विमान के जरिए जीवन केअंतिम पडाव की यात्रा को सुखमय बनाने के लिए अपनी सेवा दे रहा है। एककॉल पर संबंधित मृतक के घर पर पुष्पक विमान की सेवा उपलब्ध हो जाती है। मानव सेवा संस्थान के इस पुष्पक विमान ने कोरोना काल में एक अहम भूमिका निभाई। कोरोना में जब अपने ही परिजन दिवंगत से दूर हो गए तो उस समय मानव सेवा संस्थान की पुष्पक विमान सेवा ने एक अहम रोल अदाकर मानव सेवा के नाम को सार्थक किया।