इन्दिरा रसोई योजना-ग्रामीण की शुरूआत 10 सितम्बर को

मुख्यमंत्री टोंक के झिलाय से करेंगे शुभारंभ

– राजीविका की महिलाओं के हाथों से होगा रसोइयों का संचालन

-पूरे राज्य में इन्दिरा रसोइयों की संख्या अब होगी 2000

-रविवार से प्रथम चरण में 400 रसोइयां होगी प्रारम्भ

-25 सितम्बर तक 600 रसोइयां भी हो जाएगी शुरू

गंगापुर सिटी। राजस्थान में ‘कोई भूखा ना सोए’ की संकल्पना को साकार करने के लिए राज्य सरकार ने एक कदम और बढ़ाया है। अब शहरों की तरह इन्दिरा रसोई योजना-ग्रामीण की शुरूआत की जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 10 सितम्बर को दोपहर 12 बजे टोंक के निवाई स्थित झिलाय से योजना का शुभारम्भ करेंगे। साथ ही विभिन्न जिलों में संचालित इन्दिरा रसोइयों के लाभार्थियों से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संवाद भी करेंगे। जिला स्तरीय कार्यक्रम नादौती ब्लॉक के सामुदायिक भवन में संचालित इन्दिरा रसोई में जिला कलक्टर डॉ. अंजली राजोरिया की अध्यक्षता में आयोजित होगा।

7.30 करोड़ भोजन थालियां परोसने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के नगरीय निकायों में करीब 1000 इन्दिरा रसोइयां के सफल संचालन के बाद इसकी उपयोगिता को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र में भी 1000 रसोइयां प्रारम्भ करने की बजट 2023.24 में घोषणा की थी। इस योजना में वर्षभर में 1000 रसोइयों से ग्रामीण क्षेत्र में जरूरतमंदों को करीब 7 करोड़ 30 लाख भोजन थालियां परोसने का लक्ष्य रखा गया है।

राजीविका से होगा संचालन

गहलोत ने जयपुर में 18 अगस्त 2023 को सखी सम्मेलन के दौरान ग्रामीण कस्बों में 1000 इन्दिरा रसोइयों का संचालन राजीविका के माध्यम से कराने की घोषणा की थी। अब 5 हजार से अधिक आबादी वाले ग्रामीण कस्बों में रविवार से योजना को प्रारम्भ किया जा रहा है। इससे ग्रामीण महिलाओं के आजीविका उपार्जन के अवसर बढ़ेंगे।

स्थापना के लिए एकमुश्त राशि और अनुदान

इन्दिरा रसोई योजना-ग्रामीण में राज्य सरकार द्वारा नवीन रसोइयों की स्थापना के लिए 5 लाख रुपए की एकमुश्त राशि तथा 17 रुपए प्रति थाली अनुदान दिया जा रहा है। इनके माध्यम से राजीविका की 10000 से भी अधिक महिलाओं को रोजगार मिलेगा। राज्य स्तर पर इन्दिरा रसोई योजना ग्रामीण का कन्ट्रोल रूम पंचायती राज विभाग में स्थापित किया गया है।

शहरों में परोसी गई 13 करोड़ थालियां

शहरी क्षेत्रों की करीब 1000 इन्दिरा रसोइयों से अब तक 13 करोड़ से अधिक पौष्टिक एवं स्वादिष्ट भोजन की थालियां आमजन को परोसी जा चुकी हैं। इन्दिरा रसोई योजना में भामाशाहों द्वारा भी भोजन प्रायोजित किया जा सकता है।

8 रुपए में सम्मानपूर्वक पौष्टिक भोजन

नगरीय क्षेत्रों में संचालित इन्दिरा रसोई योजना से गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में सुविधापूर्ण वातावरण में सम्मानपूर्वक पौष्टिक भोजन मिल रहा है। इस योजना का लाभ विद्यार्थियों एवं श्रमिकों सहित सभी वर्ग के लोगों को मिल रहा है। यह महंगाई के दौर में बाहर से आने वाले विद्यार्थियों एवं कार्मिकों एवं हर जरूरतमंद के लिए एक वरदान साबित हो रही है।

इन्दिरा रसोई ग्रामीण में उपलब्ध प्रमुख सुविधाएं

दोपहर एवं रात्रि में पोषक, स्वादिष्ट एवं मात्र 8 रुपए में किफायती भोजन उपलब्ध।

साफ. सुथरा, स्वस्थ, हवादार आधुनिक सुविधायुक्त वातावरण, सुसज्जित भवन, पर्याप्त कार्मिक।

स्वच्छ एवं स्मार्ट यथासंभव यंत्रीकृत किचन।

सब्जी वार्मर, चपाती वार्मर की मदद से गर्म खाना परोसा जाएगा , पेयजल, इंटरनेट, विद्युत एवं घरेलू गैस कनेक्शन, वाटर कूलर-आरओ सिस्टम।

सम्मानपूर्वक बिठाकर खिलाने के लिए टेबिल कुर्सी एवं अन्य फर्नीचर।

उपयुक्त सूचना संकेतक।

असंतुष्टि होने पर शिकायत की सुविधा।

दान व सहभागिता के लिए लागत मूल्य पर भोजन प्रायोजित करने की सुविधा।

प्रायोजक के नाम का प्रदर्शन, अभिनन्दन पत्र एवं प्रशस्ति पत्र।

कार्मिकों की समय-समय पर स्वास्थ्य जांच।

भोजन हेतु लाभार्थी की पहचान के लिए कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाएगा।

मेन्यू का साप्ताहिक आधार पर निर्धारण एवं प्रदर्शन।

भोजन नकद राशि के अलावा पेटीएम, फोन-पे से भुगतान कर प्राप्त करने की सुविधा।

प्रत्येक रसोई पर प्राथमिक उपचार, अग्नि सुरक्षा उपकरण एवं सेनेटाइजर की सुविधा।