गंगापुर के कर्मवीर कुंभज दम्पत्ति धोलपुर में कोरोना वॉरियर्स की निभा रहे हैं अहम भूमिका

गंगापुर सिटी। स्कूल ऑफ नर्सिंग धोलपुर में नर्सिंग व्याख्यता के पद पर कार्यरत पुरुषोत्तम कुंभज अपनी पत्नी नीलम कुंभज के साथ अपनी जान की परवाह किये बिना कोरोना के खिलाफ जंग मे अहम भूमिका निभा रहे हैं। ये मूलत: शुभलक्ष्मी नगर गंगापुर सिटी के निवासी हैं तथा राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत के प्रदेश महामन्त्री तथा नर्सिंग टीचर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
राष्ट्र हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए विगत 11 मार्च से सर्वप्रथम नर्सिंग प्रशिक्षणार्थियों के साथ घर-घर जाकर सर्वे करना, उन्हें आईएलआई जैसे संक्रमण की अलग से सूची तैयार करके उन्हें स्वास्थ्य शिक्षा देना, विदेश एवं बाहर के अन्य जिलों से आये लोगों को अलग से लाइन लिस्टिंग करना, घर-घर जाकर तथा स्कूल खुलने तक बच्चों को हैंड वाशिंग, रेस्पिरेटरी टेकनिक्स के बारे बताना जैसे कार्य किये। जहाँ इनकी सेवाओं को सराहनीय माना।
इसी के साथ नर्सेज एसोसिएशन के प्रांतीय दायित्व होने पर पीपीई किट के अभाव से जूझ रहे नर्सिंग कार्मिकों तथा डब्लू.एच.ओ. की गाइड लाइन के पालन बिना नर्सिंगकर्मियों से कराये जा रहे कार्यों की, प्रदेश के नर्सेज को आवश्यक सुविधाये उपलब्ध नहीं कराये जाने पर जगह-जगह चिकित्सक प्रशासन से बात करके नर्सेज के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे हैं। आज भी कई जिलो के नर्सेज को राज्य सरकार द्वारा जारी प्रोत्साहन राशि को अभी तक वित्तीय वर्ष का बहाना बताकर नहीं दिये जाने, केंद्र सरकार द्वारा दो साल तक महंगाई भत्ते को फ्रीज़ किये जाने एवं कर्मचारियों का वेतन स्थगन किये जाने से आहत हैं।
वर्तमान में धोलपुर शहरी क्षेत्र में जैसे ही कोई कोरोना पॉजिटिव निकलता है उसकी विगत चौदह दिनों की संपूर्ण कांटैक्ट हिस्ट्री लेकर प्रशासन को देकर संपर्क में आये लोगों की सेम्प्लिंग के लिए भेजना जैसा महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हंै। जहाँ उनकी पत्नी नीलम कुंभज जो जिला चिकित्सालय में ही एड्स कंट्रोल विभाग में कार्यरत हैं, द्वारा सभी की लाइन लिस्टिंग तैयार करने एवं उनके सेम्प्लिंग हेतु भेजने का कार्य किया जाता है। इस दंपति के एक-दूसरे के इस सहयोग से परस्पर ऊर्जा मिलती है। जब इनके बच्चे देश से पाँच हज़ार किलोमीटर दूर क्रिजकिस्थान देश में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं तथा वहां लॉकडाउन मे फंसे हुए हैं, उनके बिना उनकी इस स्थिति मे याद किये बिना इस दम्पति के अदम्य साहस, कत्र्तव्य परायणता मानवीय एवं सामाजिक सेवा की दिल से सराहना करते हैं।