जिला चिकित्सालय में चौबीस घंटे में 20 एवं गंगापुर उप जिला अस्पताल में 9 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे

ऑक्सीजन बेड एवं सामान्य बेड की पर्याप्त उपलब्धता
सवाई माधोपुर।
कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन के नेतृत्व में प्रशासन, पुलिस एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारी कर्मचारी अलर्ट मोड पर रहते हुए हर स्तर पर प्रयास कर रहे है।
कलेक्टर द्वारा गाइडलाइन की पालना करवाने, संक्रमण का प्रसार रोकने तथा संक्रमित मरीजों को समुंिचत उपचार की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरी मॉनिटरिंग कर पल पल का अपडेट लेने के साथ ही सतत निर्देश देकर निर्देशों की पालना भी करवाई जा रही है। जिला चिकित्सालय एवं उप जिला अस्पताल सहित अन्य चिकित्सालयों में स्वास्थ्य लाभ लेने वाले मरीज स्वस्थ होकर घर भी लौट रहे है। वहीं होम आइसोशल में रहकर उपचार प्राप्त करने वालों की रिकवरी रेट भी बढी है।

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सामान्य चिकित्सालय सवाई माधोपुर के प्रवक्ता डॉ. अंजनी मथुरिया ने बताया कि मंगलवार को दोपहर दो बजे तक पिछले चौबीस घंटे की रिपोर्ट के अनुसार सामान्य चिकित्सालय से 20 मरीज स्वस्थ होकर घर लोटे है। इसी प्रकार जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों को भर्ती कर उपचार के लिए 148 बेड (148 बेड में से ऑक्सीजन के 141 एवं 7 सामान्य बेड) उपलब्ध है। इनमें से मंगलवार को 104 ऑक्सीजन बेड पर मरीज भर्ती है। जिला अस्पताल में मंगलवार को 44 बेड न्यू एडमिशन के लिए उपलब्ध थे। जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए प्लांट के साथ ही समुचित मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता है। वहीं 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नए और मिलने से जिला अस्पताल में 91 कंसंट्रेटर उपलब्ध है। जिनसे मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता हो रही है।
इसी प्रकार उप जिला चिकित्सालय गंगापुर में उपलब्ध 70 बेड में से 52 बेड पर मरीज भर्ती है। शेष 18 बेड न्यू एडमिशन के लिए उपलब्ध है। उप जिला चिकित्सालय गंगापुर में मंगलवार को 9 मरीजों को स्वस्थ होने पर घर के लिए डिस्चार्ज किया गया। गंगापुर उप जिला चिकित्सालय में भी ऑक्सीजन प्लांट के साथ ही सिलेंडर से मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने के साथ ही 21 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी उपलब्ध हैैं।
सामान्य चिकित्सालय में मरीजों का हौंसला बढाने के लिए मनोचिकित्सक द्वारा भी भर्ती मरीजों की मनोवैज्ञानिक रूप से काउंसलिंग की जाती है। इसी प्रकार कलेक्टर के निर्देश पर चिकित्सा विभाग द्वारा जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी कोविड के मरीजों को भर्ती कर उपचार की व्यवस्था शुरू किए जाने से जिला एवं उप जिला चिकित्सालयों में मरीजों का दबाव काफी कम हुआ है। सीएचसी स्तर पर भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, रेगुलेटर एवं सिलेंडरों की उपलब्धता की गई है।