कोटा मंडल: तीन माल गाडियों को जोड़कर लॉंग-हॉल चलाने का ट्रायल सफल

174 खाली रैक जोड़े, 40 किमी प्रति घंटे रही रफ्तार

कोटा/गंगापुर सिटी। पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) के इतिहास में पहली बार कोटा मंडल में तीन माल गाडिय़ों को जोड़कर एक लॉग हॉल चलाने का ट्रायल किया जो सफल रहा। लॉग हॉल में तीन अलग-अलग इंजन के साथ कुल 174 कोयले के खाली रैक जोड़े गए। ये गाड़ी करीब 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ी। लॉग हॉल के साथ तीन गाडियों के क्रू मेंबर रहे। तीन अलग अलग इंजन में तीन-तीन पायलट, तीन सहायक लोको पायलट थेे।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय के अनुसार मंडल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी के नेतृत्व में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक सौरभ जैन, मंडल परिचालन प्रबंधक रवि प्रकाश वर्मा और परिचालन विभाग टीम की मेहनत रही। लॉग हॉल को बनाने के लिए पहले दो माल गाडियों को कोटा यार्ड से अनुरक्षण के बाद तीसरी मालगाडी को गुड़ला थर्मल पावर प्लांट्स से कोटा-रूठियाई खंड के भूलोन स्टेशन पर ले जाया गया। भूलोन स्टेशन से इस लॉग हॉल को शुक्रवार दोपहर 2 बजकर 37 मिनट पर रवाना किया और दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर भोपाल मंडल को सुपुर्द किया गया।

इस लॉग हॉल को चलाने से दो माल गाडिय़ों के पाथ की बचत की गई। आपातकालीन परिस्थितियों व गाडियों के अत्यधिक जमाव के समय इस तरह लॉग हॉल का चलाने से गाडियों के परिवहन में अत्यधिक उपयोगी साबित होगा। आमतौर पर एक मालगाड़ी में इंजन के साथ 58 रैक होते है। सिंगल मालगाड़ी 80 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ती है। दो मालगाड़ी होने पर स्पीड घटकर 50-60 किमी प्रति घंटे रह जाती है। जबकि तीन माल गाडिय़ों के होने पर स्पीड 40 से 45 किमी प्रति घंटे रहती है।