लॉयंस क्लब सार्थक ने लगाया नि:शुल्क दिव्यांगजन सहायता शिविर

शिविर 50 से अधिक बच्चों का हुआ रजिस्ट्रेशन
ज्यादातर बच्चों में मिला सेरेब्रल पाल्सी डिसऑर्डर
गंगापुर सिटी।
लॉयंस क्लब सार्थक द्वारा संचालित सार्थक सेवा संस्थान के द्वारा अग्रवाल धर्मशाला में रविवार को नि:शुल्क दिव्यांगजन सहायता शिविर लगाया गया।
शिविर में अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश गर्ग, नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विजय मीणा, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एम. एल. गुप्ता, फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर राजेन्द्र मीणा, डॉक्टर दिनेश शर्मा, स्पीच थैरेपिस्ट राजकुमारी, गोयल आई हॉस्पिटल के आई टेक्नीशियन स्टाफ बारी-बारी से संबंधित दिव्यांगजनों की जांच कर रहे थे।
जिन्हें मेडिसिन ट्रीटमेंट की जरूरत थी उन्हें पर्ची पर मेडिसिन लिखी जा रही थी। जिन बच्चों को चलने-फिरने में अक्षमता थी, उन बच्चों को डॉ. मुकेश गर्ग और डॉ. राजेंद्र मीणा द्वारा जांच कर उनको फिजियोथैरेपी और ऑक्यूपेशनल थैरेपी के नियमित सेशन के लिए प्रगति हेल्थ एंड एजुकेशन संस्थान द्वारा संचालित प्रगति फिजियोथैरेपी एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर जो कि गर्ग हॉस्पिटल कैंपस में स्थित है पर बुलाने के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया।
शिविर में सुबह से ही दिव्यांगजन अपने अभिभावकों के साथ लाइन में लगकर अपनी अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मयंक शर्मा, पवन गुप्ता, डॉक्टर समीर विश्वास द्वारा सभी लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन करके उनको परेशानी के हिसाब से संबंधित एक्सपर्ट को दिखाने के लिए पर्ची बना रहे थे।

कार्यक्रम विधिवत उद्घाटन लॉयंस क्लब के अध्यक्ष डॉ. मुकेश गर्ग की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सभापति शिवरतन अग्रवाल रहे।
डॉ एम एल गुप्ता, विजय मीणा, डॉ डीसी शर्मा, राजेंद्र मीणा, श्रीमती राजकुमारी विशिष्ट अतिथि रहे।
कार्यक्रम में अध्यक्ष डॉ. मुकेश गर्ग ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ. गर्ग ने बताया कि सार्थक संस्था द्वारा वर्ष भर चलाए जाने वाले सेवा प्रकल्प में मुख्यत: नियमित फिजियोथैरेपी, ऑक्यूपेशनल थैरेपी, स्पीच थैरेपी जरूरत वाले बच्चों को निशुल्क सहायता उपकरण दिलवाने में मदद, जरूरत के मुताबिक स्पेसिफिक कैंप विशेषज्ञों के द्वारा लगाए जाएंगे। जिनमें मुख्यतया एपिलेप्सी कैंप साइकेट्रिस्ट कंसल्टेशन, न्यूरोलॉजिस्ट कंसल्टेशन रहेंगे। कुछ बच्चे जिन्हें सर्जरी की जरूरत होगी, उन बच्चों को चिन्हित करके एक सर्जिकल कैंप लगाया जाएगा, जहां पर विशेषज्ञ द्वारा बच्चों की हाथ-पैरों की विकृति को दूर करने वाली सर्जरी की जाएगी।
मुख्य अतिथि सभापति शिवरतन अग्रवाल ने अपने भाषण में लॉयंस सार्थक के द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाए जा रहे सेवा प्रकल्प की प्रशंसा की तथा अनूठे पीडि़त मानवता की सहायता का बीड़ा जो सार्थक संस्था ने उठाया है उसके सफल होने की शुभकामनाएं दी तथा सभी लाभार्थी जो कार्यक्रम में उपस्थित थे, उन्हें संस्था के द्वारा दिए जाने वाले निशुल्क को सेवा प्रकल्प से लाभ उठाने के लिए आह्वान किया।
वक्ता डॉ डीसी शर्मा ने भी इस अनूठे पीडि़त मानवता की सेवा प्रकल्प के लिए संस्था को बधाई दी तथा बताया कि यह प्रयास पूरे भरतपुर संभाग में एक अनूठा प्रयास है जिसका बीड़ा सार्थक संस्था ने उठाया है और संस्था के सदस्यों के जज्बात और फसलों को देखते हुए आशा जताई कि निश्चित ही इससे दिव्यांगजनों को सहायता मिलेगी।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. संतोष भंडारी ने बताया कि शिविर में 52 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है, इसमें 36 बच्चे एक्सपर्ट की टीम द्वारा चिन्हित किए गए जो नियमित फिजियोथैरेपी और स्पीच थैरेपी के लिए सहयोगी संस्था हेल्थ एजुकेशन संस्थान द्वारा संचालित प्रगति फिजियोथैरेपी एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर में बुलाया जाएगा।
शिविर में 36 बच्चे सेरेब्रल पाल्सी जैसे डिसऑर्डर से पीडि़त थे 3 बच्चों को सिर्फ सुनने की परेशानी थी। पांच बच्चे मानसिक विमंदिता से पीडि़त थे। पांच बच्चे ऐसे थे जो चोट के कारण हाथ-पैर के टेढ़ापन से पीडि़त से,
3 बच्चों को सामान्य परेशानी थी, जिन्हें शिशु रोग विशेषज्ञ को दिखाकर पर्ची पर दवाईया लिख कर दी गई।
लायंस क्लब के सचिव ललित किशोर शर्मा ने बताया कि इन सभी बच्चों को सेवा प्रकल्प से जोडऩे के लिए एक विशेष सार्थक दिव्यांग कार्ड बनाया जाएगा। इस कार्ड के माध्यम से सेवा प्रकल्प को सार्थक करने के लिए जो सहयोगी संस्थाएं है, वहां पर जाकर जरूरत के हिसाब से वह निशुल्क उपचार परामर्श ले सकता है।
मंच संचालन वीरेंद्र आर्य तथा लायंस क्लब के कोषाध्यक्ष वासुदेव बंसल जी कर रहे थे। कैंप में विशेष सहयोग गर्ग हॉस्पिटल के स्टाफ मितेश, संजय, मनोज, अजीत का रहा।
लॉयंस एसोसिएट सदस्य विनोद पत्रकार, राजेश मंगल, अनुराग गुप्ता, डॉ. प्रमोद सागर, लॉयंस क्लब के महिला विंग से रेखा गर्ग और मधु भंडारी भी कार्यक्रम में उपस्थित थी।