आज किसी भी समय जारी हो सकते हैं लॉकडाउन बढ़ाने के निर्देश, जानें क्या होंगे बदलाव

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की वजह से देश में जारी लॉकडाउन के तीसरे चरण की मियाद आज समाप्त हो रही है। अब तक केंद्र सरकार से मिले संकेत इशारा दे रहे हैं कि 18 मई से लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू होगा, जो 31 मई तक चल सकता है!
इस लॉकडाउन 4.0 के बारे में गृह मंत्रालय आज किसी भी वक्त नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लॉकडाउन बढ़ाने का संकेत देश के नाम अपने संबोधन में दे चुके हैं। हालांकि पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि लॉकडाउन 4 पूरी तरह से नया होगा, इसमें कई तरह के बदलाव और छूट दिए जाएंगी।
क्या-क्या नया हो सकता है लॉकडाउन 4.0 में-

  1. नागरिकों को स्वास्थ्य और सुरक्षा का खुद ध्यान रखना होगा।
  2. लॉकडाउन 4.0 में अर्थव्यवस्था पर जोर दिया जाएगा।
  3. केंद्र की तरफ से राज्यों को छूट दी जा सकती है।
  4. ग्रीन जोन में यातायात और उद्योगों को अनुमति मिल सकती है।
  5. साथ ही ग्रीन जोन में बस और टैक्सी चलाने को मंजूरी मिल सकती है।
  6. यात्री ट्रेन को फिलहाल नहीं चलाया जाएगा।
  7. लेकिन स्पेशल ट्रेन और श्रमिक ट्रेन पहले की तरह चलेंगी और संख्या और रूट में इजाफा किया जाएगा।
  8. 18 मई से चुनिंदा रूट पर घरेलू उड़ान सेवा पर भी विचार किया जाएगा।

कैसे रहे लॉकडाउन के तीन फेज 

देश में अब तक तीन फेज में 25 मार्च से 14 अप्रैल, 15 अप्रैल से 3 मई और 4 मई से 17 मई तक लॉकडाउन घोषित किया गया। इस बीच, गृह मंत्रालय चौथे फेज के लिए आज नई गाइडलाइंस जारी करेगा। बताया जा रहा है कि कुछ इलाकों में हवाई और बस सेवाएं शुरू हो सकती हैं।  
पहला फेज: 25 मार्च से 14 अप्रैल तक, यह 21 दिन का रहा। इस दौरान सिर्फ जरूरी सामान की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई। 
दूसरा फेज: 15 अप्रैल से 3 मई, यह 19 दिन का रहा। हॉटस्पॉट (रेड जोन) को छोड़कर ऑरेंज और ग्रीन जोन में दुकानें खोलने की परमिशन दी गई। 
तीसरा फेज: 4 मई से 17 मई , यह 12 दिन का है। हॉटस्पॉट (रेड जोन) को छोड़कर ऑरेंज और ग्रीन जोन में दुकानें खोलने की परमिशन दी गई। इसके अलावा, प्रवासी मजदूरों के लिए ट्रेनें और बस चलाई गईं। स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं। फैक्ट्रियों में शर्तों के साथ काम करने की परमिशन दी गई।  इसके अलावा, वंदे भारत और समुद्र सेतु मिशन के जरिए दूसरे से फंसे भारतीयों को भारत लाया जा रह है।