ताजा खबर: प्रशासन की अनदेखी: लॉकडाउन में भी लूट रहे फल-सब्जी वाले

गंगापुर सिटी। पूरे देश में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन चल रहा है। सभी लोग धारा 144 की पालना करते हुए घरों में कैद हैं। गंगापुर शहर में प्रशासन पिछले 7 दिन से फल-सब्जी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं कर पाया है। इतना ही नहीं प्रशासन ने जो व्यवस्था की है उसके अनुसार आमजनता को फल-सब्जी महंगे दामों में खरीदनी पड़ रही है। जबकि प्रशासन की ओर से फल-सब्जी वालों से पूछ कर ही दरें निर्धारित की है। इसके बावजूद धारा 144 का उल्लंघन करते हुए मेटाडोर से चौडी सड़कों पर भीड़ एकत्रित कर फल-सब्जी बेच रहे हैं। जबकि प्रशासन को डोर-टू-डोर फल-सब्जी की व्यवस्था करनी चाहिए थी। पहले ही हर व्यक्ति कोरोना की मार झेल रहा है, ऊपर से प्रशासन की इस व्यवस्था की मार भी झेलनी पड़ रही है।
शनिवार सुबह सिंधी कॉलोनी का वाक्या है। जो पिकअप (नं. आरजे-25, जीए-2982) फल-सब्जी बेचने सिंधी कॉलोनी में आई वह प्रशासन की निर्धारित दरों से अधिक राशि वसूल रहे हैं। उदाहरण के तौर पर आम की निर्धारित दर 60 रुपए की गई थी जो 80 रुपए किलो बेचा जा रहा था, अदरक की दर 80 रुपए निर्धारित की गई थी, वह 100 रुपए किलो बेची जा रही थी, अंगूर की दर 50 रुपए किलो की जगह 60 रुपए किलो बेचा जा रहा था। इस प्रकार प्रत्येक फल-सब्जी में पब्लिक को लूटा जा रहा था। जब बढ़़ती कलम की ओर से जवाब-तलब किया गया तो फल-सब्जी वाला वहां से भाग छूटा।
फल-सब्जी विक्रेताओं में तो मानवता ही नहीं बची, कि इस दौर में आम नागरिक कैसे अपने परिवार का पालन-पौषण कर रहा है।
इस खबर की सबसे मजेदार बात यह है कि फल-सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष द्वारा ही यह दरें निर्धारित की गई थी और उन्हीं की गाडी से सिंधी कॉलोनी में फल-सब्जी महंगे दामों पर बिक रही थी।
प्रशासन की ओर से शनिवार को निर्धारित फल-सब्जी की प्रति किलो की दर इस प्रकार है-
आलू-25 रुपए, प्याज सफेद- 20 रुपए, प्याज लाल-25 रुपए, लहसुन-100 रुपए, अदरक- 80 रुपए, टमाटर- 25 रुपए, हरी मिर्च- 30 रुपए, खीरा- 30 रुपए, लौकी- 20 रुपए, करेला- 40 रुपए, नींबू- 60 रुपए, टिण्डे- 40 रुपए, भिण्डी- 40 रुपए, कद्दू – 20 रुपए, धनिया- 60 रुपए, ग्वारफली- 40 रुपए, केला- 25 रुपए, आम- 60 रुपए, संतरा- 40 रुपए, चीकू- 40 रुपए, पपीता- 30 रुपए, अंगूर- 50 रुपए, मौसमी- 30 रुपए, तरबूज- 25 रुपए, खरबूजा- 30 रुपए, पाइनेप्पल- 40 रुपए।
इनका कहना है-
हमारे द्वारा प्रतिदिन फल-सब्जी विक्रेता संघ अध्यक्ष से पूछ कर ही दरें निर्धारित की जा रही है। इसके बावजूद यदि फल-सब्जी महंगे दामों पर मिल रहे हैं तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विजेन्द्र मीना, उपजिला कलक्टर, गंगापुर सिटी
आपको बता दें कि प्रतिदिन प्रशासन की ओर से फल-सब्जी की दरें निर्धारित की जाएंगी, जो बढ़ती कलम की वेबसाइट पर दिखाई जाएगी, इसके लिए देखते रहें badhtikalam.com