देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियों ने मोहा मन, बापू के आदर्शाे को किया नमन
सवाई माधोपुर। महात्मा गांधी के 150 वे जयंती वर्ष के तहत आयोजित अगस्त क्रांति सप्ताह के दौरान शनिवार को राजकीय बालिका उमावि मानटाउन में ‘‘एक शाम शहीदों के नाम’’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में देशभक्ति से ओतप्रोत गीत, कविता, भजन एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कलाकारों ने श्रोताओं का मन मोह लिया। वही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शाे को नमन करते हुए जीवन में अपनाने का संदेश दिया।
एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन के निर्देशन में शिक्षा विभाग एवं स्काउट गाईड की ओर से हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलेक्टर भवानी सिंह पंवार थे। अध्यक्षता महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सह संयोजक विनोद जैन ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में सीडीईओ रामकेश मीना, जन संपर्क से सुरेश गुप्ता, एडीईओ घनश्याम बैरवा, रेणु भास्कर, बृजमोहन सिसोदिया, रामावतार मीना, राम खिलाडी मीना, स्काउट सीओ चंद्रशेखर एवं गाईड सीओ दिव्या सहित अन्य अतिथि उपस्थित थे।
महात्मा गांधी के प्रिय भजन वैष्णव जन एवं रामधुनि से शुरू हुए कार्यक्रम में एक से बढकर एक देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दी गई। रजनी लक्षकार ने ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’’ गीत की प्रस्तुति से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम की संचालन करते हुए स्काउट गाइड मंडल प्रशिक्षक मीना शर्मा ने ‘देश से है प्यार’ गीत के माध्यम से श्रोताओं देशप्रेम की रसगंगा का पान करवाया। कमलेश शर्मा ने स्वरचित कविता ‘वतन मेरी खुशियां’ के माध्यम वतन को सर्वाेपरि रखने का संदेश दिया। दिव्या शर्मा ने ‘तेरी मिट्टी में मिल जांवा’ एकल नृत्य प्रस्तुत कर श्रोताओं की आंखों को देशप्रेम से भर दिया। इस मौके पर रविन्द्र चर्वदा, उषा गोयल, शकुंतला, शोभा आदि ने भी प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीएम भवानी सिंह पंवार एवं महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सह संयोजक विनोद जैन ने कहा कि महात्मा गांधी अपने आप में एक दर्शन है। महात्मा गांधी के आदर्श को समझने एवं उन्हें जीवन में उतारने की महती आवश्यकता है। उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को पौधे लगाने, पर्यावरण संरक्षण करने, पॉलिथीन के प्रयोग को रोकने तथा कोरोना महामारी से बचाव के लिए एडवाईजरी के पालन करने की शपथ दिलाते हुए उपस्थित श्रोताओं को महात्मा गांधी के व्यक्तित्व, कृतित्व एवं उनके जीवन दर्शन के बारे में जानकारी दी एवं बापू को नमन किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम को विराम दिया गया।