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जयपुर. वन विभाग की महत्वपूर्ण घर-घर औषधि योजना के शुभारंभ के अवसर पर रविवार को राजस्थान वानिकी प्रशिक्षण केंद्र में पौधरोपण किया गया। कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने घर-घर औषधि योजना में उपलब्ध औषधीय पौधों का रोपण किया।
इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन-बल प्रमुख) डॉ. दीप नारायण पाण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की स्वस्थ राजस्थान-हरित राजस्थान संकल्पना को साकार करने की दिशा में औषधीय पौधों का रोपण किया गया है। विभाग की घर-घर औषधि योजना के तहत प्रदेश के प्रत्येक घरों तक तुलसी, कालमेघ, अश्वगंधा और गिलोय के पौधे पहुंचाए जाएंगे। इन पौधों को अपने घरों में उगाकर आमजन अपनी तथा अपने परिवार की रोग प्रतिरोधक क्षमता को और मजबूत कर सकते हैं।
वन एवं पर्यावरण विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेया गुहा और सेवानिवृत्त हॉफ श्रीमती श्रुति शर्मा ने प्रदेशवासियों से घर-घर औषधि योजना में उपलब्ध पौधों को अपने घरों में उगाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर वन सचिव बी. प्रवीण, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राजीव गोयल, एसके दुबे, एसके जैन, एपीसीसीएफ (वन-वर्धन) अरिजीत बनर्जी, मुनिशकुमार गर्ग, एपीसीसीएफ (कैंपा) सुश्री शिखा मेहरा, वानिकी प्रशिक्षण केंद्र के निदेशक केसीए अरुण प्रसाद और श्रीमती शैलजा देवल सहित अन्य मौजूद रहे।