पीएम मोदी की मुख्‍यमंत्रियों को सलाह, कहा- पाबंदियां लगाते समय लोगों की आजीविका पर भी करें गौर, दिए कई निर्देश

नई दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ओमिक्रॉन नई चुनौती बनकर सामने आया है लेकन कोरोना के खिलाफ जंग में  हम जरूर जीतेंगे. उन्‍होंने कहा कि Omicron को लेकर जो संशय की स्थिति थी वह अब नहीं है. अमेरिका में 14 लाख नए मामले हर रोज सामने आ रहे हैं, ऐसे में हमें सतर्क रहना है सावधान रहना है. लेकिन इसके साथ ही यह भी घबराए नहीं, इसका भी हमें ध्यान रखना होगा. त्योहारों के इस मौसम में राज्य सरकारों की अलर्टनेस कम नहीं होनी चाहिए. मुख्‍यमंत्रियों के साथ बैठक में  पीएम मोदी ने यह विचार व्‍यक्‍त किए. पीएम ने कहा कि हमें कोरोना के किसी भी नए वेरिएंट के आने से पहले उसकी तैयारी करनी होगी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐ‍हतियाती डोज (Precautionary Dose) जितनी जल्दी होगा हेल्थ केयर सिस्टम उतना ही मजबूत होगा. टीकाकरण के खिलाफ किसी भी भ्रम की स्थिति को उत्पन्न नहीं होने देना है. हमारे पास कोरोनावायरस लड़ने का 2 साल का अनुभव है. लोगों की आजीविका का कम से कम नुकसान हो और अर्थव्यवस्था की गति बनी रहे.  उन्‍होंने कहा कि कोई भी रणनीति बनाते समय हम इन बातों को जरूर ध्यान में रखें यह बहुत आवश्यक है. लोकल कंटेनमेंट पर ज्यादा फोकस करना बेहतर होगा. जहां से ज्यादा कोविड के मामले आ रहे हैं, वहां ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग हो यह सुनिश्चित करने की भी आवश्‍यकता है. पीएम मोदी ने कहा कि इसके साथ ही होम आइसोलेशन में ही ज्यादा से ज्यादा ट्रीटमेंट हो सके, यह भी जरूरी है. होम आइसोलेशन की गाइडलाइन और प्रोटोकॉल को फॉलो करना जरूरी होगा.

बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया.

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बच्चों में टीकाकरण अभियान का विस्तार

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश में 15-18 वर्ष की आयु के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान का विस्तार किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को “मिशन मोड” में किशोरों के लिए वैक्सीन अभियान को और तेज करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य-विशिष्ट परिदृश्यों, सर्वोत्तम प्रयासों और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक बुलाई जानी चाहिए.

गौरतलब है कि संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में राज्यों द्वारा तरह-तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं. प्रधानमंत्री ने रविवार को देश में कोविड-19 महामारी के हालात, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे और आपूर्ति व्यवस्था की चल रही तैयारियों, देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति, ओमीक्रोन के प्रसार और इसके जन स्वास्थ्य प्रभाव की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी.