राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी: अंतिम चरण के मतदान के बाद अब परिणाम पर टिकी निगाहे

गंगापुरसिटी। पंचायतीराज संस्थाओं के तहत जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य के लिए अंतिम और तीसरे चरण के मतदान के बाद अब सभी की निगाह चुनाव परिणाम पर टिकी है। आम नागरिकों सहित राजनीतिक दलों से जुड़े व्यक्ति परिणाम को लेकर उत्सुक है। हालांकि 4 सितम्बर को जिला मुख्यालय पर मतगणना के बाद चुनाव परिणामों की स्थिति साफ होगी, लेकिन जिला प्रमुख और प्रधान पद को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। कांगे्रस हो या भाजपा दोनों ही दलों के नेताओं ने अपनी पार्टी का जिला प्रमुख और प्रधान निर्वाचित कराने की कवायद शुरू कर दी है। इसमें रणनीति के तहत बाडाबंदी जैसे कदम भी शामिल है। गंगापुरसिटी में 1 सितम्बर को कांगे्रस अभ्यर्थियों की बैठक भी विधायक रामकेश मीना के आवास पर हुई थी। इसे चुनावी रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है। भाजपा की ओर से पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर के नेतृत्व में कवायद चल रही है। दोनों ही दल अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को लेकर कोई ढिलाई बरतना नहीं चाहती है।
निर्दलियों पर भी नजर
राजनीतिक जानकारों के अनुसार चुनाव परिणाम आने में अभी दो दिन शेष है, लेकिन हार-जीत के कयास मतदान के बाद ही शुरू हो गए। ऐसे में पंचायतीराज के जिला प्रमुख व प्रधान जैसे अहम पदों को हासिल करने में कोई कसर नहीं रहे, इसके चलते जीत की संभावना रखने वाले निर्दलीय अभ्यर्थियों पर भी नेता नजर बनाए हुए हैं।
गौरतलब है कि गंगापुरसिटी पंचायत समिति में 23 वार्ड है। इन वार्डों में कांग्रेस, भाजपा व बसपा प्रत्याशियों सहित ९२ अभर्थियों ने भाग्य आजमाया था। इसी प्रकार पंचायत समिति क्षेत्र में जिला परिषद के 5 वार्ड शामिल हैं।