Myanmar में लोकतांत्रिक सरकार का तख्तापलट कर सत्ता पर काबिज हुई सैना की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अमेरिका के बाद अन्य देशों ने भी म्यांमार की तानाशाह सेना के खिलाफ उतरे हैं। इनमें न्यूजीलैंड, ब्रुनेई, इंडोनेशिया और यूरोपीय यूनियन के देश शामिल है। इसके चलते म्यांमार के राजनयिक संबंधो में कटौती और आर्थिक प्रतिबंद लगाने की तैयारी में है। वहीं अमेरिका ने म्यांमार के सैन्य अधिकारियों की कई संपत्तियों को जब्त कर लिया है।
बुधवार को म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ लोगों का गुस्सा सड़कों पर उतरा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए दंगा नियंत्रण हथियारों का इस्तेमाल कर रही है। इससे कई लोग घायल हो गए।पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर रबर की गोलियां दाग दी। अब तक 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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अमेरिकी विदेश विभाग ने म्यांमार में लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकार को बहाल करने की मांग की। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतेरस ने एशियाई देशों के नेताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। न्यूजीलैंड ने तख्तापलट के विरोध में म्यांमार के साथ उच्च स्तरीय संबंध निलंबित कर दिए हैं।
बताया जा रहा है कि येविन ने इंटरनेट मीडिया अकाउंट से सैन्य नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया था। म्यांमार चुनाव में आंग सान की पार्टी नेशलन लीग फॉर डेमोक्रेसी बड़ी बहुमत के साथ जीती थीं। हालांकि, धांधली के आरोप साबित नहीं हो सके।
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