मोद्रीकरण नीति से रेल उद्योग हो जाएगा बर्बाद, रेलकर्मी जागरुकता अभियान

गंगापुरसिटी। केन्द्र सरकार की मोद्रीकरण की नीति के कारण रेल उद्योग बर्बाद हो जाएगा। निजीकरण का रेलवे को नुकसान होगा। वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन की ओर से मनाए जा रहे रेलकर्मी जागरुकता अभियान के तहत रेलवे अस्पताल में रेलकर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने कहा कि मोद्रीकरण की नीति की आड़ में अभी 400 रेलवे स्टेशन, 90 यात्री गाडिय़ों, 1400 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक, 265 गुड्स शेड, 741 किलोमीटर लंबे कोंकण रेलवे, चार पहाड़ी स्टेशनों, 673 किलोमीटर लंबे डेडीकेटेड फ्रेंट कॉरिडोर, 15 रेलवे स्टेडियम तथा रेलवे कॉलोनी को लीज पर देने की योजना बनाई गई है। सरकार अपनी योजना में सफल हो जाती है तो यह रेल उद्योग बर्बाद हो जाएगा। ऐसे में सभी रेल कर्मचारियों को इसके खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।

READ MORE: पानी का संकट पड़ रहा भारी, CM को मेल भेज समाधान की मांग

इस अवसर पर कर्मचारियों की समस्याओं पर भी चर्चा की गई। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि उनके आवधिक पदोन्नति के आदेश जारी होने के बाद भी उनके एरियर का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ड्यूटी पर काम आने वाले उपकरण जैसे बरसाती, पानी की बोतल, कचरा उठाने की टोकरी, ग्लब्ज, मास्क आदि का वितरण नहीं किया जा रहा है। विभाग में कई पद अभी रिक्त पदों को भरने की भी मांग की। इस अवसर पर यूनियन के पदाधिकारियों ने समस्याओं के निराकरण के लिए शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इस दौरान कैरीज शाखा अध्यक्ष गजानंद शर्मा, लोको शाखा के सचिव राजेश चाहर, केरीज शाखा के कार्यकारी अध्यक्ष शरीफ मोहम्मद, गणेश पाल मीना, हरिमोहन गुर्जर, इमरान खान, संतोष झा, पदम सिंह सहित कई पदाधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।