नेत्रदान कर मिटाया जा सकता है किसी के जीवन का अंधेरा

करौली। विश्व नेत्रदान पखवाड़ा जिले भर में 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक संचालित रहेगा। नेत्रदान पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य नेत्रदान के प्रति जन समुदाय में जागरूकता लाना है ताकि जिससे नेत्रहीनों के जीवन में भी उजियारा हो सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेशचंद मीणा ने बताया कि नेत्रदान महादान है और यह महादान प्रत्येक व्यक्ति कर सकता है। नेत्रदान एक ऐसा दान है जिसका संकल्प दानकर्ता द्वारा अपने जीवन के रहते लिया जाता है, जबकि पूर्ति जीवन समाप्त होने पर होती है और वह भी ऐसी वस्तु के द्वारा जो मृत्यु के बाद उसके किसी काम की नहीं । उन्होंने बताया कि मृत्यु के 6 घंटे के अंदर मृतक व्यक्ति की आंखें दान की जा सकती हैं। इसके लिए किसी भी राजकीय चिकित्सालय में सम्पर्क कर संकल्प पत्र भरा जा सकता है। नेत्रदान पखवाड़ा 8 सितम्बर तक चलेगा। इस दौरान कोई भी व्यक्ति सामान्य चिकित्सालय में संकल्प पत्र भरकर नेत्रदान का संकल्प ले सकता है। आम दिनों में भी संकल्प पत्र भरा जा सकता है।