रिपोर्ट में चट्टान बताई, निकली मिट्टी!


उत्तराखंड टनल निर्माण में सर्वे रिपोर्ट की अनदेखी, कंपनी का दावा- मई 2024 से पहले काम पूरा होगा

उत्तराखंड में यमुनोत्री हाइवे पर चार धाम प्रोजेक्ट के तहत ऑल वेदर रोड पर निर्माणाधीन सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग के धंसने को लेकर चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं।
डीपीआर (डिटेल प्रोजक्ट रिपोर्ट) में जियो टेक्निकल सर्वे की रिपोर्ट का ध्यान नहीं रखना बताया जा रहा है। जिस पहाड़ में टनल बन रही है, रिपोर्ट में उसे ठोस चट्टान (हार्डरॉक) बताया जा रहा है और जब खुदाई शुरू हुई तो यह ढह गया।
पड़ताल में टनल प्रोजेक्ट की डीपीआर पर एनएचआईडीसीएल (नेशनल हाईवे कॉरपोरेशन) से लेकर सुरंग बनाने वाली कंपनी नवयुग (एनईसीएल) तक कोई भी इस बारे में जवाब देने को तैयार नहीं है।
जुलाई 2022 में टनल का काम पूरा करना था
टनल से जुड़े दस्तावेज के अनुसार, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय को सिलक्यारा सुरंग साइट की जियोलॉजिकल रिपोर्ट टीएएसपीएल और जीईएस फर्म ने सौंपी थी। दोनों ही फर्मों का इससे पहले इस तरह की परियोजना में काम करने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिलता है।
वैसे सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग का काम साल 2018 में शुरू हुआ था। इसकी डेडलाइन जुलाई 2022 रखी गई थी। इसको भी 16 महीने गुजर गए।
कंपनी का दावा-अगले साल मई से पहले काम पूरा होगा
सुरंग बनाने वाली नवयुग कंपनी के इंजीनियर प्रदीप नेगी और सेफ्टी मैनेजर राहुल तिवारी का दावा है कि अब मई 2024 से पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा। गौरतलब है कि नवयुग कंपनी को सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग बनाने का काम इंजीनियरिंग प्रक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड में दिया था। टेंडर की शर्तों के मुताबिक किसी भी तरह की खामी के लिए निर्माण कंपनी सीधे तौर पर उत्तरदायी है।